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प्रदेश के तीन कारागार में सांप्रदायिक सौहार्द, नवरात्र में मुस्लिमों ने रखा व्रत

प्रदेश में आज चैत्र नवरात्र के पहले दिन अलीगढ़, सिद्धार्थनगर व बाराबंकी जिला कारागार में सैकड़ों मुस्लिम कैदियों ने विधिवत पूजा-अर्चना के साथ व्रत भी रखा।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sun, 18 Mar 2018 04:21 PM (IST)Updated: Sun, 18 Mar 2018 05:15 PM (IST)
प्रदेश के तीन कारागार में सांप्रदायिक सौहार्द, नवरात्र में मुस्लिमों ने रखा व्रत
प्रदेश के तीन कारागार में सांप्रदायिक सौहार्द, नवरात्र में मुस्लिमों ने रखा व्रत

लखनऊ (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश में चैत्र नवरात्र में सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल कैदी बन रहे हैं। प्रदेश में आज चैत्र नवरात्र के पहले दिन अलीगढ़, सिद्धार्थनगर व बाराबंकी जिला कारागार में सैकड़ों मुस्लिम कैदियों ने विधिवत पूजा-अर्चना के साथ व्रत भी रखा। 

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अलीगढ़ में नवरात्र में आज जिला कारागार में सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल देखने को मिली। यहां पर कुछ मुस्लिम बंदियों ने भी तनमयता के साथ माता रानी की काफी विधिवत पूजा-अर्चना और आराधना की।  जिला कारागार अलीगढ़ में विभिन्न मामलों में निरूद्ध बंदियों ने चैत्र नवरात्र के पहले दिन आज सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश की। इस दौरान उनकी भावना के सैकड़ों लोग कायम हो गए। जेल में आज नवरात्र के पहले दिन कुल 1276 बंदियों ने माता रानी का उपवास रखा। जिसमें हिंदू बंदियों की संख्या 1153 है, इनमें 86 महिलाएं भी है। 35 मुस्लिम पुरुष बंदियों के साथ दो मुस्लिम बंदी महिलाओं ने भी आज माता रानी का उपवास रखा। 

इन सभी को जेल प्रशासन की ओर से व्रत सामग्री उपलब्ध कराई गई। इस दौरान बंदियों ने माता की विशेष पूजा-अर्चना और आराधना की। जेल अधीक्षक आलोक कुमार सिंह ने बताया कि यह क्रम अगले नौ दिन तक जारी रहेगा। यहां पर व्रत रखने वाले सभी बंदियों को फलाहार आदि की व्यवस्था जेल प्रशासन ने कराई है।

मुस्लिम कैदी बांट रहे अमन का पैगाम

सिद्धार्थनगर जिला कारागार में बंद मुस्लिम कैदी अमन व इंसानियत का पैगाम बांट रहे हैं। वह भले ही पूर्व में किए गुनाहों की सजा भुगत रहे हैं, पर अपने वर्तमान के जरिए भविष्य को संवारने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं। अतीत का सबकुछ भुलाकर वह इंसानियत के रास्ते पर चल पड़े हैं। जिला जेल में कुल करीब 625 कैदी हैं। इनमें से कुछ अतीत में किए अपने गुनाहों की सजा भुगत रहे हैं, वहीं कुछ विचाराधीन कैदी भी हैं। आज से नवरात्र को लेकर इनके भीतर गजब का उत्साह है। आज सुबह से ही यहां चहारदीवारी के भीतर से जय माता दी की गूंज सुनाई देती है। साथ ही सप्तशती के श्लोक भी प्रतिध्वनित हो रहे हैं। कारण कि 229 कैदियों ने माता रानी का व्रत रखा है। इनमें से 14 मुसलमान हैं। यह सभी विभिन्न मामलों में जिला जेल में निरुद्ध हैं। हिंदुओं के साथ इन्होंने भी नवरात्र व्रत रखा है। वह भी सुबह हिंदू कैदियों के साथ उठकर स्नान-ध्यान व पूजा-पाठ कर रहे हैं। उनके साथ ही वह भी फलाहार ग्रहण कर रहे हैं। जब वह एक साथ फलाहार ग्रहण करने बैठते हैं।

इन्होंने रखा व्रत

गोंडा जनपद के मोल्हे के अलावा रफीक, सुहेल, शोहरत अली, आबिद, जुम्मन, हबीबुर्रहमान, मो. आजम, अब्दुल सलाम, फिरोज, अलीम, सब्दुर अली, बदरे आलम व सल्लन सभी इसी जनपद के हैं। इन्होंने जेल में ही बासंतिक नवरात्र का व्रत रखा हुआ है। जेल अधीक्षक राकेश सिंह ने बताया कि नवरात्र प्रारंभ होने से एक दिन पूर्व ही व्यवस्था के लिहाज से सभी कैदियों से पूछ कर सूची तैयार कर ली गई थी, जिससे कि उनको फलाहार उपलब्ध कराने में किसी प्रकार की असुविधा न हो। कुल 229 कैदियों ने व्रत रखा है, जिसमें 14 मुस्लिम कैदी भी शामिल हैं।

बाराबंकी में 20 मुस्लिम कैदी व्रत

बाराबंकी में भी 20 मुस्लिम कैदियों ने नवरात्र का व्रत रख अनोखी मिसाल पेश की। जिला जेल अधीक्षक आरके जायसवाल ने कहा कि सभी मां दुर्गा की तस्वीर लगाकर पूजा पाठ करते हैं। जिसमें मुस्लिम कैदी भी माता के भक्ति गीत गाते हैं। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी के जिला कारागार में नवरात्रि के मौके पर हिंदुओं के साथ ही मुस्लिम बंदी भी व्रत रहकर देवी की पूजा में तल्लीन हैं। वह समाज में मिल-जुल कर रहने का संदेश दे रहे हैं। जेल में सभी कैदियों के लिए फलाहार की पूरी व्यवस्था जेल प्रसासन ने की है। 

जिला जेल अधीक्षक आरके जायसवाल ने बताया कि नवरात्रि पर नवदुर्गा का व्रत जेल के लगभग 376 कैदियों शुरू किया है। व्रत रखने वालों में 20 मुस्लिम बंदी भी हैं। इनमें फजल, आमिर, आमीन, जावेद, सिराज, रईस, मोहम्मद फैज के साथ ही कफील, फिरोज, मुन्ना, अस्मार, हसमत अली, सलीम, वसीक, भोन्दी, अनवर अली, जमाल, मोबीन, राशिद और रिजवान शामिल हैं। सभी कैदी पूरे नवरात्रि भर व्रत रखेंगे। उन्होंने कहा कि कारागार प्रशासन की हमेशा से यह पहल रही है कि हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई जो भी हो सभी भाईचारे की भावना के साथ जेल में रहें। इन सभी लोगों को व्रत रखने में कोई दिक्कत नहीं हो रही है।

जायसवाल ने कहा कि यहां रहने वाले सभी कैदी आपस में मिलजुलकर रहते हैं और आपस में किसी तरह की कोई समस्या नहीं हौती है। उन्होंने बताया कि व्रत रखने वाले कैदियों के लिए फलाहार की पूरी व्यवस्था की गई है। जिसमें उन्हें दूध और फल दिए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सभी मां दुर्गा की तस्वीर लगाकर पूजा पाठ करते हैं। जिसमें मुस्लिम कैदी भी माता के भक्ति गीत गाते हैं। नवरात्रि भर जेल के अंदर का भक्तिमय नजारा दिखता है।


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