आरएसएस पर टिप्पणी को लेकर एएमयू वीसी, छात्रसंघ अध्यक्ष पर वाद दायर
अलीगढ़ : एएमयू छात्र संघ की ओर से आरएसएस पर दिए गए बयान को लेकर अधिवक्ता सरदार मुकेश सैनी
अलीगढ़ : एएमयू छात्र संघ की ओर से आरएसएस पर दिए गए बयान को लेकर अधिवक्ता सरदार मुकेश सैनी ने सीजेएम कोर्ट में वाद दायर किया है। छात्रसंघ अध्यक्ष मशकूर अहमद उस्मानी के अलावा कुलपति प्रो. तारिक मंसूर व पूर्व मीडिया सलाहकार डॉ. जसीम मोहम्मद आदि को आरोपित किया है। कोर्ट ने सिविल लाइंस पुलिस से 25 मई तक आख्या मांगी है।
गांधीपार्क क्षेत्र की बैंक कॉलोनी निवासी अधिवक्ता ने याचिका में कहा है कि वह 40 साल से संघ के स्वंय सेवक हैं। 25 अप्रैल को सुबह अखबार में एक खबर पढ़कर आघात लगा, जिसमें एएमयू छात्रसंघ अध्यक्ष मशकूर अहमद और यूनियन के हवाले से कहा गया कि आरएसएस की शाखाओं में आतंकवादी पैदा होते हैं। अधिवक्ता ने याचिका में कहा है कि आरएसएस राष्ट्रवादी संगठन है। शहर में करीब 100 शाखाएं चलती हैं। 1925 से आज तक संघ का कोई स्वयं सेवक आतंकी के रूप न पकड़ा गया, न सजा हुई। एएमयू में मन्नान वानी जैसे छात्र निकले हैं। आईबी अधिकारी राजन शर्मा को 1998 में कैंपस में मारापीटा, बाद में उनकी मौत हो गई। इनके बयान समाज विरोधी हैं। याचिका में एएमयू कुलपति व डॉ. जसीम मोहम्मद को भी आरोपित किया गया है। छात्र संघ अध्यक्ष का कहना था कि भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एएमयू को आतंकी सोच का अड्डा बताया था। हमने कहा था कि ये विचारधारा हमारी नहीं आरएसएस से जुड़े लोगों की हो सकती है। बता दें कि यह बयान एएमयू में जिन्ना की तस्वीर को लेकर हुए विवाद के दौरान दिया गया था।