मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह : लड़की ने कहा मैं नाबालिग हूं, प्रशासन ने किया इंकार
एक ही छत के नीचे जहां मंत्रोच्चारण के बीच जोड़े अग्नि के फेरे ले रहे थे, काजी मुस्लिम जोड़ों को कबूलनामे के साथ निकाह करा रहे थे। मौका था नकवी पार्क में आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह का।
By Edited By: Published: Sun, 10 Feb 2019 06:08 PM (IST)Updated: Sun, 10 Feb 2019 06:10 PM (IST)
अलीगढ़ (जेएनएन)। एक ही छत के नीचे जहां मंत्रोच्चारण के बीच जोड़े अग्नि के फेरे ले रहे थे, वहीं दूसरी ओर काजी मुस्लिम जोड़ों को कबूलनामे के साथ निकाह करा रहे थे। यहां सिख जोड़े की भी शादी कराई गई। मौका था नकवी पार्क में आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह का। कुल 110 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे। इसमें 106 ङ्क्षहदू, तीन मुस्लिम व एक सिख समाज का जोड़ा शामिल है। समारोह में टप्पल ब्लॉक की एक लड़की के बयान से अफरा-तफरी मच गई। मीडिया के सामने खुद को नाबालिग बताया। हालांकि, प्रशासन इस बात से इन्कार कर रहा है।
सांसद बोले, सरकार का है महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट
विवाह समारोह की शुरुआत सांसद सतीश गौतम, शहर विधायक संजीव राजा, कोल विधायक अनिल पाराशर ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन कर की। सांसद ने कहा कि सामूहिक विवाह समारोह सरकार का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है। अब तक एक पिता को अपनी बेटी के हाथ पीले करने के लिए लोगों से कर्ज लेना पड़ता था, लेकिन अब सरकार उस बेटी के हाथ पीले कर रही है। दोनों विधायकों ने भी सरकार की इस योजना का गुणगान किया। 126 जोड़ों ने पंजीकरण कराया था। इसमें 111 जोड़े गांव के थे, जबकि 31 जोड़े नगर पालिका व नगर पंचायत के शामिल थे। 16 जोड़े नहीं आए। ऐसे में 110 जोड़ा का विवाह हुआ। संचालन सीडीओ दिनेश चंद्र ने किया। एडीएम सिटी एसबी सिंह, समाज कल्याण अधिकारी नगेंद्र पाल सिंह, डीसी मनरेगा अमरेंद्र प्रताप सिंह, डीपीआरओ पारुल सिसौदिया समेत अन्य मौजूद रहे।
51 हजार किए खर्च
सरकार एक शादी में 51 हजार खर्च कर रही है। इसमें 35 हजार रुपये सीधे दुल्हन के खाते में भेजे जाते हैं। 10 हजार सामान पर खर्च होते हैं। इसमें 21 बर्तन, दो तकिया, दो तौलिया, कंबल, पायल व बिछिया शामिल हैं। छह हजार रुपये शादी में दावत व टेंट पर खर्च होते हैं। एक पक्ष से अधिकतम 10 लोग शामिल हो सकते हैं।
स्कॉर्पियो व बोलेरो में आए दूल्हा-दुल्हन
सामूहिक विवाह समारोह में दूल्हा-दुल्हन स्कॉर्पियो व बोलेरो में आए। इसमें अधिकांश लोग इसे किराए पर लेकर आए थे।
पहली बार आया सिख जोड़ा
अब तक तीन शादी समारोह हो चुके हैं। इनमें हर बार ङ्क्षहदू व मुस्लिम समाज के जोड़े आते थे, लेकिन शनिवार को यह पहला मौका था, जब सिख समाज का कोई जोड़ा आया था। प्रशासन को इसके लिए अलग से व्यवस्थाएं जुटानी पड़ी।
लड़की ने कहा, मैं नाबालिग हूं
टप्पल ब्लॉक की एक लड़की ने मीडिया के सामने खुद को नाबालिग होने की बात कह कर अफरा-तफरी मचा दी। उसने कहा कि वह 16 साल की है। वह यहां अपनी बहन की शादी में शामिल होने आई थी, लेकिन परिजनों ने जबरदस्ती उसकी भी शादी कर दी। हालांकि, प्रशासन इस बात से इन्कार कर रहा है। जिला समाज कल्याण अधिकारी नगेंद्र पाल सिंह का कहना है कि टप्पल ब्लॉक से कुल पांच जोड़ों ने पंजीकरण कराया था। इसमें सभी की जांच कराई गई। दस्तावेज भी लिए गए हैं, सभी बालिग हैं।
सांसद बोले, सरकार का है महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट
विवाह समारोह की शुरुआत सांसद सतीश गौतम, शहर विधायक संजीव राजा, कोल विधायक अनिल पाराशर ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन कर की। सांसद ने कहा कि सामूहिक विवाह समारोह सरकार का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है। अब तक एक पिता को अपनी बेटी के हाथ पीले करने के लिए लोगों से कर्ज लेना पड़ता था, लेकिन अब सरकार उस बेटी के हाथ पीले कर रही है। दोनों विधायकों ने भी सरकार की इस योजना का गुणगान किया। 126 जोड़ों ने पंजीकरण कराया था। इसमें 111 जोड़े गांव के थे, जबकि 31 जोड़े नगर पालिका व नगर पंचायत के शामिल थे। 16 जोड़े नहीं आए। ऐसे में 110 जोड़ा का विवाह हुआ। संचालन सीडीओ दिनेश चंद्र ने किया। एडीएम सिटी एसबी सिंह, समाज कल्याण अधिकारी नगेंद्र पाल सिंह, डीसी मनरेगा अमरेंद्र प्रताप सिंह, डीपीआरओ पारुल सिसौदिया समेत अन्य मौजूद रहे।
51 हजार किए खर्च
सरकार एक शादी में 51 हजार खर्च कर रही है। इसमें 35 हजार रुपये सीधे दुल्हन के खाते में भेजे जाते हैं। 10 हजार सामान पर खर्च होते हैं। इसमें 21 बर्तन, दो तकिया, दो तौलिया, कंबल, पायल व बिछिया शामिल हैं। छह हजार रुपये शादी में दावत व टेंट पर खर्च होते हैं। एक पक्ष से अधिकतम 10 लोग शामिल हो सकते हैं।
स्कॉर्पियो व बोलेरो में आए दूल्हा-दुल्हन
सामूहिक विवाह समारोह में दूल्हा-दुल्हन स्कॉर्पियो व बोलेरो में आए। इसमें अधिकांश लोग इसे किराए पर लेकर आए थे।
पहली बार आया सिख जोड़ा
अब तक तीन शादी समारोह हो चुके हैं। इनमें हर बार ङ्क्षहदू व मुस्लिम समाज के जोड़े आते थे, लेकिन शनिवार को यह पहला मौका था, जब सिख समाज का कोई जोड़ा आया था। प्रशासन को इसके लिए अलग से व्यवस्थाएं जुटानी पड़ी।
लड़की ने कहा, मैं नाबालिग हूं
टप्पल ब्लॉक की एक लड़की ने मीडिया के सामने खुद को नाबालिग होने की बात कह कर अफरा-तफरी मचा दी। उसने कहा कि वह 16 साल की है। वह यहां अपनी बहन की शादी में शामिल होने आई थी, लेकिन परिजनों ने जबरदस्ती उसकी भी शादी कर दी। हालांकि, प्रशासन इस बात से इन्कार कर रहा है। जिला समाज कल्याण अधिकारी नगेंद्र पाल सिंह का कहना है कि टप्पल ब्लॉक से कुल पांच जोड़ों ने पंजीकरण कराया था। इसमें सभी की जांच कराई गई। दस्तावेज भी लिए गए हैं, सभी बालिग हैं।
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