Cleanliness Survey Rural: हाथरस देश में 48वें स्थान पर, अलीगढ़ व एटा रह गए पीछे Hathras News
स्वच्छ भारत मिशन सर्वेक्षण (ग्रामीण) में हाथरस जनपद को देशभर में 48वां स्थान मिला है। प्रदेश में सातवां और मंडल में दूसरा स्थान पाकर अभियान से जुड़े लोग गदगद हैैं।
हाथरस (जेएनएन) : स्वच्छ भारत मिशन सर्वेक्षण (ग्रामीण) में हाथरस जनपद को देशभर में 48वां स्थान मिला है। प्रदेश में सातवां और मंडल में दूसरा स्थान पाकर अभियान से जुड़े लोग गदगद हैैं। पिछले साल की तुलना में रैैंक कई पायदान ऊपर पहुंची है। पिछले साल देश में 275वें व प्रदेश में सातवें स्थान रहे थे। रिजल्ट से अधिकारी काफी खुश हैं। यह रैैंक लोगों के मोबाइल एप पर दिए फीडबैक के आधार पर घोषित की गई है। 100 नंबर में से हाथरस को 83.95 अंक मिले हैैं।
स्वच्छ भारत मिशन अभियान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन अभियान की शुरुआत महात्मा गांधी की जयंती पर दो अक्टूबर 2014 में की थी। सबसे पहले देशभर में गांव से लेकर शहरों तक इस बात का सर्वे कराया गया था कि कितने घर ऐसे हैं, जहां शौचालय नहीं हैं और लोग खुले में शौच को मजबूर हैं। ये योजना शहरी और ग्रामीण अलग-अलग चलाई गई। मोदी सरकार का लक्ष्य था कि पूरा देश खुले में शौच से मुक्त हो। इस महत्वाकांक्षी योजना को अमलीजामा पहनाने में पूरा सरकारी अमला जुटा। पक्का शौचालय बनाने वाले लाभार्थी को ग्रामीण क्षेत्र में 12 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दी गई।
बने शौचालयों की स्थिति
पहले चरण में 1,47,719
दूसरे चरण में 13,265
निर्माण को प्रस्तावित- 2,169
दो साल का तुलनात्मक सर्वे
वर्ष, देश, प्रदेश
2019, 48वां, 07वां
2018, 275वां, 18वां
मंडल व प्रदेश में स्थिति
जिला, मंडल, प्रदेश
कासगंज, पहला, दूसरा,
हाथरस, दूसरा, सातवां
एटा, तीसरा, 63वां
अलीगढ़, चौथा, 64वां
जिलेभर के आंकड़े
कुल ग्राम पंचायतें - 474
विकास खंड क्षेत्र- 07
विकासखंड के नाम-हाथरस, मुरसान, सासनी, सिकंदराराऊ, हसायन, सादाबाद, सहपऊ।
इस आधार पर मिलते हैं नंबर
स्वच्छता सर्वेक्षण में किसी भी जनपद को नंबर देने से पहले भारत सरकार की टीमें गांव-गांव जाकर साफ-सफाई का सर्वे कर नंबर तय करती हैं। इसके अलावा मोबाइल एप के जरिए लोगों की राय के आधार पर नंबर तय किये जाते हैं। ये भी देखा जाता है कि सरकार की ओर से दिए लक्ष्य कितने फीसद पूरे किए गए।
और अधिक बेहतर करने की होगी कोशिश
हाथरस के डीएम प्रवीण लक्षकार का कहना है कि प्रशासनिक टीमों की मेहनत और लोगों के सहयोग के कारण हाथरस जनपद को बेहतर स्थान मिला है। कोशिश होगी कि आगे और बेहतर कार्य कर सकें। जो कार्य बचे हैं, उनको प्राथमिकता के आधार पर पूरा कराया जाएगा। इस संबंध में दिशा निर्देश दिए जा चुके हैं।