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Citizenship Amendment Bill: एएमयू में खाने का बहिष्कार, जंग का एलान Aligarh News

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्र बिल के खिलाफ जंग का एलान कर रहे थे। पूरे दिन बिल का विरोध चलता रहा। बिल के विरोध में ब्लैक डे मनाते हुए छात्रों ने खाने का बहिष्कार किया।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Thu, 12 Dec 2019 09:48 AM (IST)Updated: Thu, 12 Dec 2019 01:16 PM (IST)
Citizenship Amendment Bill: एएमयू में खाने का बहिष्कार, जंग का एलान Aligarh News
Citizenship Amendment Bill: एएमयू में खाने का बहिष्कार, जंग का एलान Aligarh News

अलीगढ़ [जेएनएन]। राज्यसभा में बुधïवार को जिस समय नागरिकता संशोधन विधेयक (कैब) पर बहस चल रही थी, यहां अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्र बिल के खिलाफ जंग का एलान कर रहे थे। पूरे दिन बिल का विरोध चलता रहा। बिल के विरोध में ब्लैक डे मनाते हुए छात्रों ने खाने का बहिष्कार किया। डाइनिंग हॉल में खाना नहीं बनने दिया। जहां खाना बन भी गया, उसे गरीबों में बंटवा दिया गया। परीक्षाएं शांतिपूर्वक शुरू हुईं। शाम को हुई सभा में जेएनयू से भी कुछ छात्र नेता शामिल हुए।  कैंपस के आसपास पुलिस, पीएसी और आरएएफ के साथ अफसर मुस्तैद रहे।

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हिंदुत्व विरोधी के लगाए नारे

एएमयू में तीन दिन से बिल का विरोध हो रहा है। सोमवार को छात्रों ने सभा की। बिल की प्रतियां फूंकने के साथ ङ्क्षहदुत्व विरोधी नारे लगाए। मंगलवार शाम हजारों छात्रों ने कैंपस में मशाल जुलूस निकालकर सरकार विरोधी नारेबाजी की। बिल की प्रतियां भी जलाईं। छात्रों ने एलान किया था कि बुधवार को ब्लैक डे मनाया जाएगा। इसे लेकर एएमयू इंतजामिया व जिला प्रशासन रात से ही चौकन्ना था। प्रॉक्टोरियल टीम ने बुधवार सुबह हर डिपार्टमेंट पर नजर रखी, ताकि परीक्षा में कोई खलल न डाले। परीक्षाएं शांतिपूर्वक शुरू होने पर सभी ने राहत की सांस ली।

डाइनिंग हॉल का बहिष्कार

छात्रों ने एलान के मुताबिक बुधवार को डाइनिंग का बहिष्कार किया। अधिकांश डाइनिंग हॉल में छात्रों ने नाश्ता व दोपहर का खाना नहीं खाया। एसएस नॉर्थ हॉल में बने खाने को जमालपुर की नई बस्तियों में गरीबों में बंटवा दिया गया।

छात्रों की बॉबे सैयद पर सभा,बताया दूसरा स्वतंत्रता संघर्ष

दोपहर बाद यूनिवर्सिटी के बॉबे सैयद पर छात्रों ने सभा की। सभी में छात्रों को बुलाने के लिए जो संदेश सोशल मीडिया पर प्रसारित किया, उसमें आंदोलन को दूसरा स्वतंत्रता संघर्ष बताया। छात्र नेता मुस्तफा ने जंग का एलान करते हुए कहा कि बिल मुस्लिम विरोधी है। इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। हम गांव-गांव इस विरोध को लेकर जाएंगे। पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष अब्दुल्ला आजम, जेएनयू के छात्र सरजीत इमाम, जितेंद्र सूना ने भी विचार रखे। सभी ने बिल का विरोध करते हुए मोदी सरकार की आलोचना की।

अभी मरे नहीं हैं : फैजुल हसन

छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष फैजुल हसन ने कहा कि अभी मरे नहीं हैं। अमित शाह एंड कम्पनी को बहुत मुबारक हो इस हद तक मजबूर करने के लिए। देख लो हम खाना नहीं खा रहे हैं। अपना खाना उन गरीबों में बंटवा दिया है जिनके घर में खाना नहीं बना था। हम देश के साथ-साथ हर नागरिक को बचाने के लिए आखरी सांस तक लड़ेंगे। इंशा अल्लाह!

सर्किल पर सतर्क रहा फोर्स

कैंपस के हालात को देखते हुए सीओ तृतीय अनिल समानिया आरएएफ, पीएसी व सिविल लाइन पुलिस के साथ दिनभर यूनिवर्सिटी सर्किल पर डटे रहे। चुंगी गेट पर भी फोर्स तैनात किया गया था। प्रशासनिक भवन के सामने बैरियर भी लगा दिए थे, ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके। एसएसपी आकाश कुलहरि ने बताया कि कैंपस के बाहर किसी भी तरह की अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कैंपस के बाहर दो दिन तक पुलिस बल के साथ आरएएफ तैनात रहेगी। 

कैंपस में बाहरी लोगों पर नजर

प्रॉक्टर प्रो.अफी फुल्लाह का कहना है कि कैंपस में सबकुछ शांत रहा। परीक्षाएं सामान्य तरीके से हुईं। छात्रों ने खाने का बहिष्कार किया था इस कारण डाइनिंग में बना नहीं। कहीं कोई जोर जबर्दस्ती नहीं की गई। कैंपस में बाहरी लोगों पर नजर है, ताकि माहौल खराब न कर सके।

प्रो. अफी फुल्लाह, प्रॉक्टर एएमयू

रिपोर्ट वापस हो

निर्वतमान छात्र सलमान इम्तियाज का कहना है कि हम शांतिपूर्वक बिल का विरोध कर रहे थे। यह हमारा संवैधानिक अधिकार है। रिपोर्ट गलत दर्ज की गई है, जिसे वापस लिया जाए। कैब असंवैधानिक व मुस्लिम विरोधी है।


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