भाजपाई गांव-गांव लगा रहे चौपाल, बता रहे कृषि बिल के फायदे Aligarh news
एक तरफ जहां दिल्ली बॉर्डर पर किसान जमे हुए वहीं दूसरी ओर भाजपा नेता गांव-गांव में चौपाल लगा रहे हैं। वो किसानों को कृषि बिल की खूबियों के बारे में बता रहे हैं। किसानों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं कि कृषि बिल उनके हित में है।
अलीगढ़, जेएनएन : एक तरफ जहां दिल्ली बॉर्डर पर किसान जमे हुए वहीं दूसरी ओर भाजपा नेता गांव-गांव में चौपाल लगा रहे हैं। वो किसानों को कृषि बिल की खूबियों के बारे में बता रहे हैं। किसानों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं कि कृषि बिल उनके हित में है, इससे आने वाले दिनों में उनकी तस्वीर और तकदीर बदल जाएगी। कृषि बिल के विरोध में एक महीने से किसान आंदोलन कर रहे हैं। भाजपा ने नेताओं को किसानों के बीच में संपर्क करने के लिए फरमान जारी किया है।
किसानों की बदलेगी तस्वीर
जिलाध्यक्ष चौधरी ऋषिपाल सिंह ने बताया कि कृषि बिल किसानों की तकदीर बदलने वाला है। आजादी के बाद इससे अच्छा बिल और कोई हो नहीं सकता है। किसानों को खुला बाजार मिल रहा है। मंडियों में उनके साथ ढगी होती थी। अगौंछे के अंदर रेट तय किए जाते थे। किसान चुपचाप बैठा रहता था उसे पता ही नहीं चलता था कि उसके अनाज की कीमत क्या है? आढ़ती और बिचौलिया जो बोली लगा देते थे, वही तय हो जाया करता था। ऐसे हालात में वर्षों से किसान छला जा रहा था। आज पीएम नरेंद्र मोदी ने जब किसानों के हित में सोचा।
विपक्षी रच रहे षडयंत्र
कृषि बिल में तमाम ऐसी चीजें लेकर आए जो आने वाले दिनों में किसानों की किस्मत बदलकर रख देगा। इससे विपक्षी भयभीत हो गए हैं। उन्हें लग रहा है कि पूरे देश का किसान पीएम नरेंद्र मोदी के साथ खड़ा है। कुछ किसानों को बरगलाकर उन्हें दिल्ली बॉर्डर पर एकत्र किया गया है। उन्हीं के कंधों पर बंदूक रखकर निशाना साधा जा रहा है। चाैधरी ऋषिपाल सिंह ने कहा कि विपक्षियों के पास कोई मुद्दा नहीं रह गया है, इसलिए वह इस तरह का षड़यंत्र कर रहे हैं। मगर, देश का किसान मोदी के साथ हैं, उनके बहकावे में नहीं आने वाला है। इसलिए पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर किसानों को समझा रहे हैं। उन्हें पता रहे हैं कि जो पार्टियां तुम्हारे साथ हैं, तुम्हारे हित की बात कर रही हैं, वो 70 साल तक सत्ता में रहीं, उन्होंने क्यों नहीं किसानों की जिंदगी सुधार थी? इससे किसानों को भी अब बातें समझ में आने लगी हैं।