एमएससी के प्रस्ताव पर Chief Minister Yogi ने लिया संज्ञान, 12 घंटे में ही हुआ फरमान, कमिश्नर ने दिए तत्काल निर्देश Aligarh News
कोरोना को लेकर प्रदेश सरकार कितनी गंभीर है यह इसी बात से स्पष्ट हो जाता है गुरुवार को सीएम योगी आदित्यनाथ के सामने डैश बोर्ड का प्रस्ताव रखा गया। सीएम ने लखनऊ पहुंचते ही संज्ञान लिया और 12 घंटे में पूरे प्रदेश में डैश बोर्ड के आदेश कर दिए गए।
अलीगढ़, जेएनएन। कोरोना को लेकर प्रदेश सरकार कितनी गंभीर है यह इसी बात से स्पष्ट हो जाता है, गुरुवार को सीएम योगी आदित्यनाथ के सामने डैश बोर्ड का प्रस्ताव रखा गया। सीएम ने लखनऊ पहुंचते ही संज्ञान लिया और 12 घंटे में पूरे प्रदेश में डैश बोर्ड के आदेश कर दिए गए। जिले में इसकी तैयारियां शुरू हो गईं।
सीएम के सामने रखी थी मांग
कोरोना मरीजों की परेशानी को देखते हुए भाजपा के पूर्व प्रवक्ता डा. निशित शर्मा ने एमएलसी डा. मानवेंद्र प्रताप सिंह से सीएम योगी आदित्यनाथ के सामने डैश बोर्ड व्यवस्था की मांग रखने को कहा था। इससे अस्पतालों में कितने बेड, आक्सीजन सिलेंडर, कोविड वार्ड आदि के बारे में पता चल सकेगा। प्रतिदिन सरकारी और प्राइवेट अस्पताल वाले इसकी जानकारी मरीजों को दें, जिससे मरीजों को दिक्कत न हो। गुरुवार को जेएन मेडिकल कालेज में सीएम से मुलाकात में डा. मानवेंद्र प्रताप सिंह ने डैशबोर्ड की मांग रखी। एमएलसी ने बताया कि सीएम लखनऊ पहुंचते ही उन्होंने डैशबोर्ड के आदेश के लिए निर्देश दे दिया। शुक्रवार को दोपहर तक शासन की ओर से यह निर्देश जिलों तक पहुंच गया। डा. मानवेंद्र ने कहा कि इतनी त्वरति कार्रवाई और किसी सरकार में नहीं होती थी। उधर, जिला प्रशासन सक्रिय हो गया। अब जिले के सभी अस्पतालों में डैश बोर्ड के निर्देश दे दिए। इसमे कोरोना मरीजों को कोविड डेडीकेटेड हास्पिटल में एक एक बेड के लिए संघर्ष करना नहीं पड़ेगा। इस डैश बोर्ड में मंडल के किसी भी जिले के कोविड अस्पतालों में रोजाना उपलब्ध बेड, आक्सीजन, कोविड वार्ड आदि तममा जानकारी उपलब्ध होंगी। फिलहाल लखनऊ सहित कई शहरों की जानकारी इस पर मिल रही है, लेकिन अलीगढ़ मंडल और उसके चार जिलों के बारे में सूचना अपडेट नहीं हुई है।
डैश बोर्ड का काम शुरू
मंडलायुक्त गौरव दयाल ने बताया कि डैश बोर्ड का काम शुरू हो चुका है, जल्द ही अलीगढ़ मंडल के जिलों में कोविड डेडीकेटेड अस्पतालों में खाली बेड का ब्यौरा आनलाइन मिलने लगेगा। ये सूचनाएं रोजाना अपडेट होंगी। इससे अस्पताल संचालक कोई जानकारी छिपा नहीं पाएंगे। हर दिन की जानकारी कंट्रोल रूम से शासन में जाएगी।