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चंद्रपाल ने नहीं मानी एडीएम की बात, पत्नी संग अन्न-जल त्यागा, जानिए क्या है मामला Hathras News

प्रशासन के बार-बार मनाने के बाद भी नगला मया के किसान चंद्रपाल नहीं माने। गांव में खारे पानी की समस्या को लेकर गुरुवार से पत्नी नेहा समेत अन्न-जल त्याग आमरण अनशन शुरू कर दिया।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Fri, 28 Jun 2019 12:48 PM (IST)Updated: Sat, 29 Jun 2019 09:28 AM (IST)
चंद्रपाल ने नहीं मानी एडीएम की बात, पत्नी संग अन्न-जल त्यागा, जानिए क्या है मामला Hathras News
चंद्रपाल ने नहीं मानी एडीएम की बात, पत्नी संग अन्न-जल त्यागा, जानिए क्या है मामला Hathras News

हाथरस (जेएनएन)। प्रशासन के बार-बार मनाने के बाद भी नगला मया के किसान चंद्रपाल नहीं माने। गांव में खारे पानी की समस्या को लेकर गुरुवार से पत्नी नेहा समेत अन्न-जल त्याग आमरण अनशन शुरू कर दिया। दंपती ने बिना कुछ खाए पशुओं को चारा लगाने के साथ झाड़ू-पोंछा व रोजमर्रा के अन्य कार्य किए। सीएचसी हसायन से डॉक्टरों की टीम गांव में पहुंची और चंद्रपाल और उनकी पत्नी का चेकअप किया।

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यह है मामला
हसायन ब्लॉक की ग्राम पंचायत महाङ्क्षसहपुर के गांव नगला मया सहित कई अन्य गांवों में खारे पानी की समस्या है। यहां लोगों को कई किलोमीटर दूर से पीने का पानी लाना पड़ता है। गांव नगला मया, महाङ्क्षसहपुर व अन्य गांवों के लोग करीब दो वर्ष से पेयजल की व्यवस्था की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। समस्या के निदान के लिए चंद्रपाल ने गुरुवार से परिवार सहित अन्न-जल त्यागने का एलान किया था। हालांकि जिला प्रशासन ने गांव में प्रतिदिन मीठे पानी का टैंकर भिजवाकर वैकल्पिक व्यवस्था की है मगर चंद्रपाल अब स्थायी निदान की जिद पर अड़े हैं। जिलाधिकारी समेत अन्य अधिकारियों ने मनाने की कोशिश की लेकिन चंद्रपाल अड़े रहे।

अनशन खत्म कराने पहुंचे अधिकारी
चंद्रपाल और उनकी पत्नी नेहा का अनशन खत्म कराने के लिए देर रात एडीएम डॉ. अशोक कुमार शुक्ला, एएसपी सिद्धार्थ वर्मा, एसडीएम रामजी मिश्रा व अन्य अधिकारी गांव नगला मया पहुंचे। अधिकारियों ने एहतियातन कई थानों का फोर्स वहां बुला लिया था। देर रात अधिकारी चंद्रपाल से अनशन खत्म करने के लिए बातचीत कर रहे थे। इससे पहले गुरुवार सुबह अनशन शुरू होने की जानकारी होते ही कानूनगो, नायब तहसीलदार, तहसीलदार के बाद एसडीएम भी गांव में पहुंचे थे।

प्रस्ताव शासन को भेजा
जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार का कहना है कि पानी की समस्या के निदान के लिए जिला प्रशासन पूरी कोशिश कर रहा है। इसका एस्टीमेट शासन में लंबित है, जिसका लगातार अनुश्रवण किया जा रहा है। चंद्रपाल को समझाकर अनशन खत्म करने का बार-बार कहा गया। एसडीएम समेत अन्य अधिकारियों ने उससे वार्ता की, लेकिन वह अनशन खत्म करने को तैयार नहीं है। डॉक्टरों की टीम को निर्देश दिए गए हैं कि चंद्रपाल और उनकी पत्नी की सेहत का ध्यान रखें, चेकअप करते रहें।

अनशन जारी रखेंगे
अनशनकारी चंद्रपाल सिंह का कहना है कि मैं जिला प्रशासन के झूठे आश्वासनों से तंग आ चुका हूं। मेरे अंदर अब हिम्मत नहीं बची है न सहन शक्ति है। जब तक गांव में खारे पानी की समस्या का स्थायी निदान नहीं हो जाता पत्नी के साथ अनशन जारी रखेंगे।


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