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सीबीएसई व शासन के आदेशों में स्कूल संचालक व अभिभावक परेशान, जानिए मामला Aligarh news

सीबीएसई ने हाईस्कूल के विद्यार्थियों की परीक्षाएं निरस्त कर दी हैं। इंटरमीडिएट की परीक्षाएं भी अभी स्थगित चल रही हैं। ऐसे मेें सीबीएसई की ओर से 11 जून तक बचे हुए प्रैक्टिकल कराकर उनके अंक भेजने का फरमान जारी किया गया है।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Sat, 08 May 2021 05:14 PM (IST)Updated: Sat, 08 May 2021 05:41 PM (IST)
सीबीएसई व शासन के आदेशों में स्कूल संचालक व अभिभावक परेशान, जानिए मामला Aligarh news
सीबीएसई ने हाईस्कूल के विद्यार्थियों की परीक्षाएं निरस्त कर दी हैं।

अलीगढ़, जेएनएन ।  केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसई) व शासन के आदेशों के बीच स्कूल संचालक व अभिभावक परेशान हो रहे हैं। एक तरफ जहां कोरोना काल के चलते स्कूलों को बंद रखने व विद्यार्थियों काे विद्यालय न बुलाने के शासन के आदेश हैं वहीं दूसरी ओर सीबीएसई अपने प्रैक्टिकल कराने के आदेश जारी कर रहा है। ऐसे में स्कूल संचालकों के सामने तो दिक्कत हो रही है साथ मेें अभिभावक भी परेशान हैं कि आखिर कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे के बीच बच्चों को विद्यालय कैसे भेजा जाए? स्थिति ये बन रही है कि स्कूल संचालकों की ओर से विद्यार्थियों से राय मांगी जा रही है। उनके परिजनों का हाल-चाल जाना जा रहा है। इसके आधार पर ही आगे की गतिविधि या प्रैक्टिकल कराने का फैसला किया जा सकेगा।

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सीबीएसई ने हाईस्कूल की परीक्षाएं निरस्त की

सीबीएसई ने हाईस्कूल के विद्यार्थियों की परीक्षाएं निरस्त कर दी हैं। इंटरमीडिएट की परीक्षाएं भी अभी स्थगित चल रही हैं। ऐसे मेें सीबीएसई की ओर से 11 जून तक बचे हुए प्रैक्टिकल कराकर उनके अंक भेजने का फरमान जारी किया गया है। मगर शासन के आदेश हैं कि किसी भी विद्यालय में किसी परीक्षा या अन्य शैक्षिक कार्य के लिए छात्र-छात्राओं को नहीं बुलाया जाएगा। अवर लेडी आफ फातिमा (ओएलएफ) सीनियर सेकेंडरी स्कूल में विद्यार्थियों का बचा हुआ एक प्रैक्टिकल कराने के लिए विद्यार्थियों के घर पर फोन कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी की जा रही है। प्रधानाचार्य सिस्टर ज्योत्सना ने बताया कि प्रैक्टिकल कराने के लिए बाहर से परीक्षक आएंगे। स्कूल में करीब 30 से 35 विद्यार्थी हैं जिनका प्रैक्टिकल होना है।

अभी भी बंद हैं विद्यालय

बताया कि अभी किसी को विद्यालय नहीं बुलाया गया है। केवल विद्यार्थियों के घर पर फोन कर स्वजनों व छात्र के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी हासिल की जा रही है। उनसे पूछा जा रहा है कि किसी स्वजन या खुद छात्र को कोरोना का संक्रमण तो नहीं है? प्रधानाचार्य ने बताया कि कुछ बच्चों की ओर से बताया गया है कि उनके परिवार में कोराेना संक्रमण से स्वजन पीड़ित हैं। ऐसे में उनको विद्यालय बुलाया जाना भी उचित नहीं है। यह रिपोर्ट सीबीएसई को भेजी जाएगी। बताया जाएगा कि अभी स्कूल में प्रैक्टिकल करा पाना संभव नहीं है। उसके बाद सीबीएसई की ओर से जो फैसला किया जाएगा उसके हिसाब से कदम उठाया जाएगा। वहीं तमाम विद्यार्थियों के अभिभावकों को भी यही टेंशन है कि आखिर बच्चों को विद्यालय कैसे भेजा जाए? सिस्टर ज्योत्सना ने कहा कि फिलहाल स्कूल में प्रैक्टिकल कराने की कोई संभावना बनती नजर नहीं आ रही है। अभी किसी विद्यार्थी को विद्यालय बुलाने का फैसला नहीं किया गया है, केवल छात्रों से उनके व स्वजनों के बारे में हाल-चाल जाना गया है।


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