फर्जी डीआइजी से सीबीआइ टीम ने की घंटों पूछताछ, दस्तावेज कब्जे में लिए Aligarh News
वीआइपी सुविधा लेने वाले नगर निगम के ठेकेदार राजीव सिंह के घर सीबीआइ की टीम सर्च वारंट लेकर पहुंची और कई घंटों तक पूछताछ की । टीम ने आरोपित को नोटिस थमाने के साथ ही घर से मिले कुछ दस्तावेजों को कब्जे में लिया।
अलीगढ़, जेएनएन। मिर्जापुर के खुद को सीबीआइ का डीआइजी बताकर वीआइपी सुविधा लेने वाले नगर निगम के ठेकेदार राजीव सिंह के घर सीबीआइ की टीम सर्च वारंट लेकर पहुंची और कई घंटों तक पूछताछ की । टीम ने आरोपित को नोटिस थमाने के साथ ही घर से मिले कुछ दस्तावेजों को कब्जे में लिया और बाद में दिल्ली रवाना हो गई।
यह है मामला
शिवपुरी निवासी राजीव सिंह नौ अक्टूबर को मां, पत्नी व बेटी के साथ ब्रहमपुत्र मेल से मिर्जापुर में विंध्यांचल में मां विंध्यवासिनी देवी मंदिर के दर्शन को पहुंचा थेे । राजीव ने खुद को सीबीआइ का डीआइजी बताते हुए एसपी मिर्जापुर पर रौब गालिब करते हुए वीआइपी सुविधाएं उपलब्ध कराने को फोन किया था। एसपी मिर्जापुर ने राजीव के परिवार के ठहरने के लिए एक गेस्ट हाउस बुक कराया था । स्टेशन पर रिसीव करने पहुंचे सीओ सदर को कुछ शक हुआ तो उन्होंने पूछताछ की जिस पर फर्जी डीआइजी की पोल खुल गई। पुलिस ने आरोपित राजीव सिंह को गिरफ्तार करने के साथ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा था। साथ ही सीबीआइ मुख्यालय को पूरे प्रकरण की जानकारी दी थी ।
सर्च वारंट लेकर पहुंची टीम
सीबीआइ के असली डीआइजी ने प्रकरण में जांच बिठा दी। सीबीआइ टीम शनिवार सुबह जांच को सर्च वारंट लेकर अलीगढ़ पहुंची और स्थानीय पुलिस के साथ आरोपित राजीव सिंह के घर पहुंची । इंस्पेक्टर बन्नादेवी धीरेंद्र मोहन शर्मा ने सीबीआइ टीम के आने की पुष्टि करते हुए बताया कि टीम ने आरोपित राजीव सिंह से घंटों पूछताछ की और उसे नोटिस तामील कराने के साथ ही घर में मिले कुछ दस्तावेजों को भी कब्जे में लिया है। देर शाम टीम यहां से दिल्ली को रवाना हो गई ।