Hathras case: छोटू की पहेली सुलझाने गांव पहुंची सीबीआइ, जानिए कौन है छोटू
बूलगढ़ी में 14 सितंबर को हुई घटना के मामले में सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचने वाला छोटू मीडिया के सामने आकर कहा है कि घटना वाले दिन पीडि़ता की मां और भाई मौके पर मौजूद थे। घटना वाले दिन सुबह वह खेत पर चारा काट रहा था।
हाथरस, जेएनएन। बूलगढ़ी में 14 सितंबर को हुई घटना के मामले में सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचने वाला छोटू मीडिया के सामने आकर कहा है कि घटना वाले दिन पीडि़ता की मां और भाई मौके पर मौजूद थे। शुक्रवार को सीबीआइ ने उसे अस्थाई कार्यालय पर बुलाकर पूछताछ की थी। उसके दावों की पहेली सुलझाने के लिए सीबीआइ टीम शनिवार को पीडि़ता के घर पहुंची।
खेत पर चारा काट रहा था छोटू
मीडिया के सामने आया छोटू दावा कर रहा है कि घटना वाले दिन सुबह वह खेत पर चारा काट रहा था। जब उसने लड़की के चीखने की आवाज सुनी तो घटनास्थल पर पहुंचा। उसने देखा कि उसकी लड़की जमीन पर पड़ी थी और उसका भाई और मां वहीं पास में खड़े थे। वह भाग कर लवकुश और उसकी मां को यह बताने पास के खेत में गया और उन्हें मौके पर चलने के लिए कहा। जब वापस आया तो लड़की का भाई मौके से जा चुका था। लड़की खेत में ही पड़ी थी और उसकी मां वहां अकेले खड़ी थी। मां ने कहा कि मेरे बेटे को घर से बुला लाओ। जब वह लड़की के घर गया और लड़की के भाई से कहा कि चलो तुम्हारी बहन की हालत खराब है।
घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचने का दावा करने वाले छोटू और उसके भाई से सीबीआइ ने शुक्रवार को आठ घंटे से ज्यादा पूछताछ की थी। शनिवार को सुबह फिर सीबीआइ की जांच अधिकारी सीमा पाहूजा दो अन्य सदस्यों के साथ गांव में पहुंचीं। सबसे पहले वह घटनास्थल पर गईं और 15 मिनट रुककर मुआयना किया। घटनास्थल और उसके पास के बाजरा के खेत ग्रामीणों ने काटना शुरू कर दिए हैं। इसके बाद सीबीआइ ने पीडि़ता के घर जाकर हरेक स्वजन से कमरे में अकेले बात की। पौने 12 बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक सीबीआइ बातचीत के बाद लौटी। इसके बाद मीडिया से वार्ता में मृतका की भाभी ने बताया कि सीबीआइ ने बिना किसी दबाव के उनसे बातचीत की है। सीबीआइ ने छोटू के बारे में भी स्वजन से जानकारी की। भाभी ने कहा कि वह छोटू को नहीं जानती हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सीबीआइ पीडि़ता के कुछ कपड़े भी साथ लेकर गई है। सीबीआइ की एक टीम थाना चंदपा भी पहुंची। यहां भी टीम ने पुलिसकर्मियों से बात कर जरूरी साक्ष्य एकत्रित किए।
चिकित्सक, फार्मासिस्ट व युवक से सीबीआइ ने की पूछताछ
हाथरस : 14 सितंबर को बूलगढ़ी में युवती के घायल होने पर थाने से स्वजन उसे जिला अस्पताल लेकर आए थे। उस समय इमरजेंसी में ड्यूटी पर डॉ. रमेश बाबू और फार्मासिस्ट नरेन्द्र मौजूद थे। चिकित्सक ने उपचार किया और फार्मासिस्ट ने चोटों को अंकित किया। करीब आधा घंटा अस्पताल की इमरजेंसी में इलाज के बाद युवती को गंभीर हालत में अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया। शनिवार को सीबीआइ ने डॉक्टर और फार्मासिस्ट दोनों को बुलाया। दोनों जिला अस्पताल के सीएमएस की गाड़ी से सीबीआइ के कैंप कार्यालय पर दोपहर के 12:34 बजे पहुंचे। दोनों से 3:30 बजे तक पूछताछ हुई। सीबीआइ ने कितने समय तक घायल युवती अस्पताल में रुकी, उसे क्या उपचार दिया गया, चोटें कहां-कहां थीं। उसके साथ कौन आया था, आदि सवालों के जवाब लिए। वहीं दोपहर को दो बजे के करीब चंदपा पुलिस सरकारी गाड़ी से बूलगढ़ी के एक व्यक्ति को भी कार्यालय पर लाई। उससे भी घटना के संबंध में जानकारी की गई।