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दस करोड़ के निवेश से लगा काजू प्रोसेसिंग प्‍लांट, मिलेगा सैकड़ों लोगों को रोजगार Aligarh news

पूर्वी व पश्चिमी उत्तर प्रदेश का पहला काजू प्रोससिंग प्लांट जीटी रोड बाईपास निकट आकांक्षा सिटी में लगा है। अब साईं फूड्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने 10 करोड़ रुपये का निवेश किया है। 100 लोगों को सीधे व 300 अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Sun, 20 Jun 2021 11:46 AM (IST)Updated: Sun, 20 Jun 2021 11:51 AM (IST)
दस करोड़ के निवेश से लगा काजू प्रोसेसिंग प्‍लांट, मिलेगा सैकड़ों लोगों को रोजगार Aligarh news
पूर्वी व पश्चिमी उत्तर प्रदेश का पहला काजू प्रोससिंग प्लांट जीटी रोड बाईपास निकट आकांक्षा सिटी में लगा है।

अलीगढ़, जेएनएन ।  पूर्वी व पश्चिमी उत्तर प्रदेश का पहला काजू प्रोससिंग प्लांट जीटी रोड बाईपास निकट आकांक्षा सिटी में लगा है। अब साईं फूड्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने 10 करोड़ रुपये का निवेश किया है। 100 लोगों को सीधे व 300 अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। ढाई बीघा जमीन पर फैक्ट्री का इन्फ्रास्ट्रेक्चार कोरोना की दूसरी लहर के बीच किया गया है। विदेशी काजू की मंडियों से काजू आयात किया जाएगा। पांच टन रोज प्लांट में काजू प्रसोससिंग की क्षमता होगी।

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कोरोना महामारी के बीच फैक्‍ट्री लगाने की ठाानी थी

साईं फूड्स प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन हनुमंतराम गांधी ने कोरोना माहमारी के बीच काजू प्रोससिंग फैक्ट्री बनाने की ठानी थी। इसके लिए वे ब्येतनाम, साउथ अफ्रीका के दौरे पर भी गए। उन्होंने प्लांट लगाने व चलाने की प्रक्रिया भी देखी। वियतनाम, साउथ अफ्रीका व ब्राजील से काजू का आयात होगा। इन देशों के किसान काजू की बागवानी करते हैं। पेड़ से टूटकर आने वाले काजू को खाने योग्य बनाने के लिए आटोमेटिक प्लांट में प्रोसिस किया जाता है। आठ तरह की बड़ी यूनिटों से काजू प्रोसिस होकर निकलता है। इस प्लांट के संचालन के लिए 20 सदस्यीय टीम साउथ इंडिया से आई है। काजू की देशी बाजार में सबसे बड़ी मांग नार्थ इंडिया में है। इस प्लांट के संचालन से पहले कंपनी ने बाजार का रूख भी देखा है। पांच टन क्षमता वाले इस प्लांट में तैयार काजू अमेरिका सहित अन्य यूरोपियन देशों में निर्यात किया जाएगा।

आत्‍मनिर्भर भारत को मिलेगा बढ़ावा

पीएम के लोकर वोकल को बढ़ावा देने व आत्मनिर्भर भारत मुहिम को अपनी फैक्ट्री समर्पित की है। साथ ही कोरोना की दूसरी लहर के बीच व आंशिक लाकडउन के समय में हमने दिन रात एक कर फैक्ट्री का इन्फ्रास्टेक्चर तैयार किया। ब्येतनाम से हमने मशीन आयात कीं। मन में था, कि पहले लाकडाउन में जो शिक्षित युवा वर्ग बेरोजगार हुए हैं, उन्हें रोजगार दिया जा सके। प्रबंधन से जुड़े 20 युवाओं की टीम होगी। कुशल कारीगर व इंजीनियर को भी रोजगार मिला है। प्लांट तैयार है। रविवार को शुरू हो जाएगा।

- हनुमंत रमा गांधी, चेयरमैन, अब साईं फूड्स प्राइवेट लिमिटेड


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