फर्जी तरीके से पीएसी में भर्ती, जांच के दौरान पीएसी 45 वीं बटालियन में सामने आया मामला Aligarh news
पीएसी 45वीं वाहिनी के जेटीसी प्रभारी मोहन सिंह ने मामले में थाना क्वार्सी में तीन जून को मुकदमा दर्ज कराया था।
अलीगढ़, [जेएनएन]। पीएसी 45 वीं वाहिनी में फर्जी तरीके से शारीरिक नाप- जोख कराकर नौकरी पाने वाले फीरोजाबाद के एक रिक्रूट आरक्षी को क्वार्सी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पीएसी 45वीं वाहिनी के जेटीसी प्रभारी मोहन सिंह ने मामले में थाना क्वार्सी में तीन जून को मुकदमा दर्ज कराया था। बकौल जेटीसी मोहन सिंह, प्रदेश भर में 1800 आरक्षियों में से 688 को पीएसी 45वीं बटालियन को प्रशिक्षण के लिए आवंटित किया गया था। सहायक अधिकारी 45 वीं वाहिनी के सेनानायक डॉ. भीम कुमार गौतम ने बताया आरोपित से पूरे प्रकरण में पूछताछ की जा रही है। जांच में रिक्रूट आरक्षी रतन सिंह को दोषी पाया।
परीक्षा में रिक्रूट, जांच में अंतर
माह अगस्त 2019 को आरक्षी पीएसी के अभिलेखों व चिकित्सकीय परीक्षण के उपरांत फीरोजाबाद के थाना नसीरपुर के नगला पिरारानी निवासी रतन सिंह पुत्र हरविलास को रिक्रूट आरक्षी के रूप में 30 नवंबर 2019 को नियुक्ति दी गई। आरोप है कि 21 दिसंबर को हुई नाप-जोख परीक्षा में रिक्रूट आरक्षी रतन सिंह की लंबाई 161.05 सेमी पाई गई। जो आरक्षी पद के लिए निर्धारित मापदंड से काफी कम थी। फिंगर प्रिंट में भी असमानता पायी गई। शपथ पत्र, फोटो, चरित्र प्रमाण पत्र के सत्यापन प्रपत्रों पर चस्पा फोटो भी जांच में अंतर पाया गया। सहायक अधिकारी 45 वीं वाहिनी के सेनानायक डॉ. भीम कुमार गौतम ने जांच में रिक्रूट आरक्षी रतन सिंह को दोषी पाया। इंस्पेक्टर क्वार्सी छोटे लाल ने बताया कि आरोपित रिक्रूट आरक्षी रतन सिंह को विवेचक एसआई राम वीरेश यादव ने पीएसी 45वीं वाहिनी से रविवार को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि आरोपित से पूरे प्रकरण में पूछताछ की जा रही है।