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CAA: दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रो.अपूर्वानंद बोले,गलती मानते हुए AMU VC दे दें इस्तीफा Aligarh News

एएमयू में दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रो. अपूर्वानंद व वरिष्ठ पत्रकार कुर्बान अली ने पब्लिक लेक्चर में शिरकत की। वक्ताओं ने कहा कि बाबा साहब के संविधान की बदौलत ही आज चाय वाला प्रधानमं

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Sat, 18 Jan 2020 10:34 AM (IST)Updated: Sun, 19 Jan 2020 09:26 AM (IST)
CAA: दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रो.अपूर्वानंद बोले,गलती मानते हुए AMU VC दे दें इस्तीफा Aligarh News
CAA: दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रो.अपूर्वानंद बोले,गलती मानते हुए AMU VC दे दें इस्तीफा Aligarh News

अलीगढ़ [जेएनएन]: एएमयू में दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रो. अपूर्वानंद व वरिष्ठ पत्रकार कुर्बान अली ने पब्लिक लेक्चर में शिरकत की। वक्ताओं ने कहा कि बाबा साहब के संविधान की बदौलत ही आज चाय वाला प्रधानमंत्री है। अब उसी संविधान को कुचलने का काम भाजपा कर रही है। पीएम कहते हैं कि वो प्रधानसेवक हैं यानी वे नौकर हैं और हम मालिक।

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गलती मानते हुए कुलपति इस्तीफा दे दें

फैकल्टी ऑफ आट्र्स लॉन में प्रो.अपूर्वानंद ने कहा कि एएमयू छात्रों पर अत्याचार पर गलती मानते हुए कुलपति को इस्तीफा दे देना चाहिए। स्वीकार कर लें कि वो छात्रों की हिफाजत नहीं कर सके। छात्र-छात्राओं से कहा कि आगे क्या होने वाला है? इसके बोझ में न दबें।

ऐसे बनी हिन्दुस्तान की आवाज

बाबे सैयद पर प्रोटेस्ट कर रहे छात्रों से कहा कि जब सही व गलत की समझ हो जाती है तो हम नागरिक बन जाते हैं। इसके बाद काम है गलत का विरोध करना। एएमयू, जेएनयू व जामिया की आवाज पूरे ङ्क्षहदुस्तान की आवाज बन गई है। अलीगढ़ उनकी उम्मीद को मशाल दिखाएगा।

सावरकर के अलावा संघ से कोई नहीं लड़ाई में : कुर्बान

कुर्बान अली ने कहा कि महात्मा गांधी व जवाहर लाल नेहरू ने कहा था कि, जाति, नस्ल, धर्म के आधार पर देश का बंटवारा कभी नहीं होने देंगे। ये काम मौजूदा सरकार कर रही है। सावरकर के अलावा किसी भी संघ परिवार के सदस्य ने आजादी की लड़ाई नहीं लड़ी। ये वहीं संघ है जिसने कहा था कि अगर किसी देश की प्रधानमंत्री महिला हो ऊपर से वो विधवा हो तो उस देश का बेड़ागर्क होना तय है। बाबा साहब के संविधान की बदौलत ही आज चाय वाला प्रधानमंत्री है। अब उसी संविधान को कुचलने का काम भाजपा कर रही है। पीएम कहते हैं कि वो प्रधानसेवक हैं यानी वे नौकर हैं और हम मालिक। इसलिए नौकर को मालिक से ऊंची आवाज में नहीं नीची आवाज में बात करनी चाहिए।


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