CAA: एएमयू बवाल के मामले में प्रॉक्टर हटाए, वसीम अली होंगे नए प्रॉक्टर Aligarh News
एएमयू में माहौल शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। छात्रों के गुस्से को ध्यान में रखते हुए एएमयू प्रॉक्टर को हटा दिया गया है। अब नए प्रॉक्टर प्रोफेसर वसीम अली होंगे।
अलीगढ़ [जेएनएन]। एएमयू में माहौल शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। छात्रों के गुस्से को ध्यान में रखते हुए एएमयू प्रॉक्टर को हटा दिया गया है। अब नए प्रॉक्टर प्रोफेसर वसीम अली होंगे। खास बात यह है संसद में उठे मुददे के बाद इंतजामिया हरकत में आ गई है। इसी जोड़कर प्रॉक्टर को हटाए जाना माना जा रहा है।
यह है मामला
सीएए और एनआरपी को लेकर 15 दिसंबर को एएमयू में बवाल हुआ था। इसको लेकर छात्रों में बेहद नाराजगी है। हालांकि छात्र कुलपति व रजिस्ट्रार को हटाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन इंतजामियां ने छात्रों को गुस्से को ध्यान में रखते हुए प्रॉक्टर अफीफुल्लाह को हटा दिया है। अब इनके स्थान पर नए प्रॉक्टर प्रोफेसर वसीम अली होंगे।
संसद में उठा एएमयू हिंसा का मुददा
केंद्र सरकार ने बताया कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआइ) और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के परिसरों में तो हिंसा की खबरें मिली थीं, लेकिन इलाहाबाद यूनिवर्सिटी (एयू) से ऐसी किसी घटना की खबर नहीं मिली थी।
लोकसभा के प्रश्नकाल में दी जानकारी
मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान बताया कि जामिया मिल्लिया ने परिसर में हिंसा की घटना की जांच के लिए उच्चस्तरीय जांच समिति के गठन का अनुरोध किया था। चूंकि यह कानून-व्यवस्था का मसला था इसीलिए उचित कार्रवाई के लिए यह अनुरोध संबंधित विभाग को संदर्भित कर दिया गया था। जबकि एएमयू और एयू ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय से ऐसा कोई अनुरोध नहीं किया था। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि केंद्रीय विश्वविद्यालय वैधानिक स्वायत्तशासी संगठन हैं। लिहाजा ये विश्वविद्यालय एक्जीक्यूटिव काउंसिल, एकेडमिक काउंसिल एवं कोर्ट जैसे अपने वैधानिक निकायों की अनुमति से सभी प्रशासनिक और अकादमिक फैसले लेते हैं। विश्वविद्यालय ऐसी सभी घटनाओं से निपटने में भी सक्षम हैं।