CAA 2019 : AMU में हॉस्टल खाली, कैंडल मार्च में उमड़ी भीड़ Aligarh News
एएमयू हॉस्टलों में सन्नाटा है लेकिन सोमवार को निकाले गए कैंडल मार्च में ऐसी भीड़ उमड़ी के इंतजामिया व जिला प्रशासन के होश फाख्ता कर दिए।
अलीगढ़ [जेएनएन]। एएमयू में 15 दिसंबर को हुए बवाल के बाद इंतजामिया ने 5 जनवरी तक के लिए अवकाश घोषित कर हॉस्टल खाली करा दिए थे। हॉस्टलों में सन्नाटा है, लेकिन सोमवार को निकाले गए कैंडल मार्च में ऐसी भीड़ उमड़ी के इंतजामिया व जिला प्रशासन के होश फाख्ता कर दिए। भीड़ में छात्र-छात्राएं तो थे ही बाहर के महिला, पुरुष व बच्चे भी थे। इंतजामिया के लिए यही चिंता का विषय है कि बाहर के लोग एएमयू का इस्तेमाल क्यों कर रहे हैं?
बॉबे सैयद पर जमा हुए छात्र-छात्राएं
कैंडल मार्च के लिए सबसे पहले छात्र-छात्राएं बाबे सैयद पर चले छात्राओं के धरना स्थल पर जमा हुए। यहां से सभी चुंगी गेट की ओर गए। वहां से कैंडल मार्च के रूप में बाबे सैयद के लिए रवाना हुए। यहंा से जो भीड़ चली उसे देखकर हर कोई हैरान था। लोग सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए कैंडल हाथ में लेकर आगे बढ़ रहे थे। भीड़ को देखते हुए बाबे सैयद को बंद कर दिया गया था। प्रॉक्टोरियल टीम तो यहां मौजूद थी ही सुरक्षा के मद्देनजर सीओ सिविल लाइंस अनिल समानिया, एसीएम रंजीत सिंह भी पुलिस फोर्स के साथ मौजूद थे। मार्च निकाल रहे लोगों को बाबे सैयद से पहले ही रोक दिया गया था। जहां सरकार विरोधी नारों के अलावा आजादी के भी नारे लगाए। काफी देर यहां प्रदर्शन चला। बाद में छात्रों ने एसीएम को राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन दिया।
पुलिस कार्रवाई बर्दाश्त नहीं : सलमान
छात्र संघ के निवर्तमान अध्यक्ष सलमान इम्तियाज एएमयू और जामिया मिल्लिया में छात्रों पर लाठी चार्ज किया, इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। कुलपति व रजिस्ट्रार को इस्तीफा देना होगा। हमें 104 देश में फैले पूर्व छात्रों ने भी समर्थन दिया है। कैंडल मार्च में आज छात्र, छात्राएं, शिक्षक, अभिभावक सभी शामिल हैं। असमाजिक तत्व नहीं हैं। छात्र नेता ने बताया कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय को पूरे मामले की फेक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट भी भेजी है। प्रॉक्टर प्रो.अफीफुल्लाह खान का कहना है कि कैंडल मार्च मे बाहर के लोग भी शामिल हुए। ये चिंतनीय है। ऐसे लोगों पर रोक लगाने पर मंथन किया जा रहा है।
रजिस्ट्रार को हटाने का फर्जी पत्र वायरल
कैंपस में अफवाओं का दौर भी जारी है। सोमवार को एक पत्र वायल हुआ जिसमें कुलपति द्वारा रजिस्ट्रार को हटाने की बात लिखी गई हे। एएमयू प्रवक्ता प्रो. शाफे किदवई ने इसे असमाजिक तत्वों की हरकत बताया है।
शिक्षिकाओं ने भी निकाला मार्च
एएमयू शिक्षिकाओं ने कानून के विरोध में दोपहर में स्टॉफ क्लब से बाबे सैयद तक मार्च निकाला। शिक्षिकाओं ने कहा कि कानून संविधान विरोधी है। सरकार को इसे वापस लेना होगा। शिक्षिका कुरैतुल अली ने कहा कि जिस तरह पुलिस कार्रवाई कर रही है उसे बच्चे भी डरे हुए हैं। मेरी बेटी पुलिस को देखकर सैल्यूट करती थी, अब वो कहती है पुलिस ऐसा करती है।