अलीगढ़ में सर्वे छापे का विरोध करेंगे व्यापारी, ये है वजह
वाणिज्यकर आयुक्त अमृता सोनी के उस फरमान जिसमें जोन मुख्यालय पर कम से कम 10 उद्यमी व व्यापारियों के यहां प्रतिमाह सर्वे-छापे का व्यापारियों ने विरोध करना शुरू कर दिया है।
अलीगढ़ जेएनएन : वाणिज्यकर आयुक्त अमृता सोनी के उस फरमान, जिसमें उन्होंने जोन मुख्यालय पर कम से कम 10 उद्यमी व व्यापारियों के यहां प्रतिमाह सर्वे-छापे के निर्देश का व्यापारियों ने विरोध करना शुरू कर दिया है। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष पंडित श्याम विहारी मिश्रा ने मंगलवार को जोन मुख्यालय पर वाणिज्यकर के कमिश्नर को ज्ञापन देने का आव्हान किया था। सर्वे छापे से व्यापारी उत्पीड़न और भ्रष्टाचार बढ़ेगा। इस तुगलकी फरमान को तुरंत वापस नहीं लिया गया तो व्यापार मंडल सड़कों पर उतरकर विरोध करेगा।
एडिशनल कमिश्नर को दिया ज्ञापन
अलीगढ़ उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के अध्यक्ष भूपेंद्र वाष्र्णेय के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ताला नगर स्थित वाणिज्यकर भवन में एडिशनल कमिश्नर विनय अस्थाना से मिला। उन्हें सोनी के नाम ज्ञापन सौंपा। अध्यक्ष भूपेंद्र वार्ष्णेय ने बतलाया कि सन 1980 से सर्वे छापे का व्यापार मंडल ने हमेशा बहिष्कार किया है, पुलिस के संघर्ष के दौरान प्रदेशभर में हमारे कई युवा व्यापारी शहीद भी हुए हैं। व्यापार मंडल सिद्ध कर चुका है कि इस प्रकार की कार्रवाई से सरकार कभी राजस्व नहीं बढ़ा सकती। सोनी का तुगलकी आदेश की व्यापार मंडल ने घोर निंदा की है। महामंत्री हरीबाबू गुप्ता ने कहा कि सर्वे छापे से व्यापारी उत्पीड़न और भ्रष्टाचार बढ़ेगा। इस तुगलकी फरमान को तुरंत वापस नहीं लिया गया तो व्यापार मंडल सड़कों पर उतरकर विरोध करेगा। इस मौके पर विशाल भगत, सुरेशचंद पैठा आदि मौजूद थे।