एएमयू मेडिकल कॉलेज के एंबुलेंस चालकों की दबंगई ने ले ली मासूम की जान Aligarh News
मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी के बाहर बच्ची को एंबुलेंस में लेने के लिए वहां के दबंग चालकों ने बाहरी एंबुलेंस चालक से मारपीट की।
अलीगढ़ (जेएनएन)। प्राइवेट एंबुलेंस चालकों की दबंगई ने चार दिन की नवजात की जान ले ली। मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी के बाहर बच्ची को एंबुलेंस में लेने के लिए वहां के दबंग चालकों ने बाहरी एंबुलेंस चालक से मारपीट की। करीब एक घंटे बाद पुलिस के पहुंचने पर परिजन बच्ची को प्राइवेट हॉस्पिटल ले गए, मगर डॉक्टर ने हाथ खड़े कर लिए। थोड़ी देर बाद ही बच्ची ने दम तोड़ दिया।
यह है मामला
हरदुआगंज के गांव भगवानगढ़ी निवासी धर्मेंद्र की डेढ़ साल पहले ही शादी हुई थी। शनिवार को उसकी पत्नी ने एक बेटी को जन्म दिया, जिसका नाम बेबी उर्फ अनीता रखा। उसी दिन बेबी की तबीयत बिगड़ गई और उसे रामघाट रोड स्थित मैक्सफोर्ट में भर्ती कराया। हालत में सुधार न होने पर मंगलवार शाम करीब 7:40 बजे उसे प्राइवेट एंबुलेंस से जेएन मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।
मेडिकल एंबुलेंस के चालकों की मनमानी
एंबुलेंस मालिक शिव कुमार ने बताया कि बच्ची को वेंटिलेटर पर मेडिकल कॉलेज ले गए, मगर वहां पर वेंटिलेटर न होने के कारण दिल्ली रेफर कर दिया। आरोप है कि इमरजेंसी के बाहर खड़े दबंग एंबुलेंस चालकों ने कहा कि अब बच्ची तुम्हारी एंबुलेंस में नहीं, हमारी में जाएगी। जबकि, उनके वाहनों में एंबुलेंस सेवा के नाम पर कुछ नहीं था। परिजनों ने विरोध किया और कहा कि जिस एंबुलेंस से आए हैं, उसी से ले जाएंगे, मगर वे नहीं माने। यही नहीं, दबंगों ने एंबुलेंस चलाकर लाए मेरे बेटे से मारपीट शुरू कर दी। मैंने 100 नंबर पर कॉल कर पुलिस को बुलाया, तब जाकर दबंग पीछे हटे। इस विवाद में एक घंटे से ज्यादा बीत गया। परिजन बच्ची को लेकर उमंग हॉस्पिटल पहुंचे। चिकित्सकों ने घर ले जाने की सलाह दी। रास्ते में ही बच्ची चल बसी।