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नवरात्र में पीतल मूर्ति को 'आशीर्वाद ', कोरोना संकट के बाद आया उछाल Aligarh News

अलीगढ़ निर्मित पीतल की मूर्तियों स्टेच्यू व घरेलू सजावट के सामान की मांग दुनियाभर में है। मंदिर व गिरजाघरों में पीतल के घंटे व विकसित देशों में यूरोपियन फिगर की मांग रहती है। कोरोना संकट के चलते यह कारोबार 70 फीसद तक घट गया था।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Mon, 12 Oct 2020 12:38 PM (IST)Updated: Mon, 12 Oct 2020 03:46 PM (IST)
नवरात्र में पीतल मूर्ति को 'आशीर्वाद ', कोरोना संकट के बाद आया उछाल Aligarh News
नवरात्र में मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों में पीतल की मूर्तियों की मांग रहती है।

 अलीगढ़, जेएनएन।  ताला-हार्डवेयर के साथ अलीगढ़ निर्मित पीतल की मूर्तियों, स्टेच्यू व घरेलू सजावट के सामान की मांग दुनियाभर में है। मंदिर व गिरजाघरों में पीतल के घंटे व विकसित देशों में यूरोपियन फिगर की मांग रहती है। कोरोना संकट के चलते यह कारोबार 70 फीसद तक घट गया था। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर मंदिरों में पाबंदी ने पीतल मूर्ति कारोबार की चमक फीकी कर दी थी। अब 15 दिन से मूर्ति निर्माताओं को ऑर्डर मिलने लगे हैैं। ऑर्डरों में 25 से 30 फीसद तक उछाल आया है। 17 अक्टूबर से नवरात्र शुरू हो रहे हैैं। नवरात्र में मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों में पीतल की मूर्तियों की मांग रहती है। देश-विदेश से दीपावली के लिए ऑर्डर आने लगे हैं। लक्ष्मी-गणेश की पीतल की मूर्तियों की मांग बढ़ गई है। जल्दी के फेर में अधिकांश माल कोरियर से भेजा जा रहा है।

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अब मूर्तियों के ऑर्डर मिलने शुरू

पीतल की मूर्तियों का काम 22 मार्च से प्रभावित हुआ था। लॉकडाउन के चलते तमाम फैक्ट्रियों में उत्पादन रुक गया था। देश के दूसरे राज्यों में कोविड-19 की पाबंदियों के साथ बाजार बंद थे। पीतल मूर्ति कारोबार का सीजन जून से शुरू हो जाता है। मथुरा-वृंदावन में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर मूर्तियों की मांग रहती थी। इस बार ऐसा नहीं हो सका। वैष्णो देवी, नगरकोट, बालाजी सहित अन्य धार्मिक स्थलों के बाजार भी बंद रहे और मूर्तियों की मांग नहीं आई। धार्मिक स्थलों से पाबंदियां हटने पर अब मूर्तियों के ऑर्डर मिलने शुरू हो गए हैं।

महंगा हो गया रॉ मैटेरियल  

बाजार मंदी की मार से जूझ रहा है, मगर रॉ मैटेरियल महंगा हो गया है। इसकी वजह यह है कि आयातित स्क्रेप नहीं आ रही। 280 रुपये प्रतिकिलो बिकने वाली पीतल के दाम 310 हैं। कोयला की भट्ठी में प्रयोग होने वाले रॉ मैटेरियल के दाम भी बढ़े हैं। इंडस्ट्रीज में प्रयोग होने वाली ऑक्सीजन का सिलिंडर महंगा होने से 20 से 25 फीसद तक कुशल कारीगरों ने मजदूरी के दाम बढ़ा दिए हैं।

 नवरात्र से त्योहारी सीजन शुरू होता है। लॉकडाउन के समय रुके ऑर्डर मिलने लगे हैं। हमने निर्माण क्षमता पावर बढ़ा दी है। दीपावली तक मूर्तियों की मांग होगी।

- विपिन बिहारी गुप्ता, अध्यक्ष, अलीगढ़ ब्रास स्टेच्यु मैन्युफैक्चर्स एंड आर्टवेयर सप्लायर्स एसोसिएशन

 त्योहारी सीजन ने कारोबार में ताकत डाली है। छह माह से बंदी के कगार पर चल रहे कारोबार ने अब कुछ रफ्तार पकड़ी है। ऑर्डर भी मिल रहे हैं। पीतल आयात न होने से रॉ मैटेरियल महंगा है।

- कपिल वाष्र्णेय, पीतल मूर्ति निर्माता


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