बाबुल का आंगन छोड़ पिया के संग साइकिल पर ऐसे चली दुल्हन, देखते रह गए सब
आस्था संस्था ने महाशिवरात्रि पर नई पहल की। 22 गरीब कन्याओं का विवाह कराया। संस्था की ओर से जरूरत के घरेलू सामान भी दिए। बाबुल का अंगना छोड़ दुल्हनें पिया के साथ विदा हुईं।
अलीगढ़ (जेएनएन)। आस्था संस्था ने महाशिवरात्रि पर नई पहल की। 22 गरीब कन्याओं का विवाह कराया। संस्था की ओर से जरूरत के घरेलू सामान भी दिए। बाबुल का अंगना छोड़ दुल्हनें पिया के साथ विदा हुईं। खास बात यह रही कि सभी को साइकिल दी गईं, इन कई विदा साइकिल पर ही हुईं। इस दृश्य को देख लोग सोचने पर मजबूर हो गए।
22 कन्याओं का एक साथ हुआ कन्यादान
रामघाट रोड स्थित पराग डेयरी पर आस्था संस्था की ओर से कांवडिय़ों की सेवा के लिए हर वर्ष शिविर लगता है। इस बार रविवार को 22 निर्धन कन्याओं का विवाह भी कराया। सामूहिक विवाह समारोह में सांसद सतीश गौतम, कमिश्नर अजयदीप सिंह, विधायक संजीव राजा, अनिल पाराशर, रवेंद्रपाल सिंह, ठा. दलवीर सिंह ने वर-कन्या को आशीर्वाद दिया।
खत्म हो दहेज प्रथा
अतिथियों ने संस्था की टीम को बधाई दी। महेश अग्रवाल, राकेश गुप्ता साईं, हरीप्रकाश गुप्ता, राजबहादुर अग्रवाल, नंदकिशोर खंडेलवाल, सीएमओ एमएल अग्रवाल, डा. गीता प्रधान, डॉ. विवेक सारस्वत, विशाल वीकेडी, मानवेंद्र प्रताप सिंह, मीना कुमारी ने संस्था की पहल की सराहना की। आस्था के संस्थापक हिमांशु गर्ग ने कहा कि यह 22वां शिविर है। इसलिए 22 कन्याओं का विवाह कराने का संकल्प लिया गया था। यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि समाज के अन्य लोगों को भी इससे प्रेरणा लेनी चाहिए, ताकि समाज से दहेज प्रथा बिल्कुल खत्म हो सके।