Mangalayatan University : नाटक के जरिए किया टीकाकरण के लिए जागरूक Aligarh news
काकरण के अभियान को तेजी देनी के लिए अब सामुदायिक रेडियो द्वारा भी पहल की जा रही है। जिसमें मंगलायतन विश्वविद्यालय का रेडियो नारद भी अहम भूमिका निभा रहा है। स्मार्ट संस्थान और रेडियो नारद के संयुक्त प्रयास से ग्रामीण अंचलों के लोगों को टीकाकरण पर जोर दिया जा रहा।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता । कोविड-19 टीकाकरण के अभियान को तेजी देनी के लिए अब सामुदायिक रेडियो द्वारा भी पहल की जा रही है। जिसमें मंगलायतन विश्वविद्यालय का रेडियो नारद भी अहम भूमिका निभा रहा है। स्मार्ट संस्थान और रेडियो नारद के संयुक्त प्रयास से ग्रामीण अंचलों के लोगों को टीकाकरण और टीके की दोनों डोज लगवाने के लिए जागरूक किया जा रहा है।
सभी के लिए दोनों टोज जरूरी
आसपास के गांव के लोगों को एकत्र कर विवि में एक कार्यक्रम के दौरान उन्हें कोविड-19 से जुड़ी अहम जानकारी दी गई। सभी को टीके की दोनों डोज लगवाने के लिए जागरूक किया। इस दौरान मास्क का वितरण भी किया गया। रेडियो नारद के आरजे कुंदन व आरजे शिवा द्वारा एक नाटक का मंचन कर सहज तरीके से टीकाकरण और उससे बचाव के तरीके बताए गए।
कोरोना का टीका सभी के लिए आवश्यक
विवि के प्रशासनिक अधिकारी गोपाल सिंह राजपूत ने कहा कि सभी को कोरोना का टीका लगवाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सभी लोग टीके की दोनों डोज अवश्य लगवाएं। पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की अध्यक्ष मनीषा उपाध्याय ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए मास्क लगाएं, सैनिटाइजर का प्रयोग करें, आवश्यक दूरी बनाकर रखें और वैक्सीन की दोनों डोज अवश्य लगवाएं। कोविड वैक्सीन की डोज लगवाने वाले राकेश को हीरो व अनिला को शीरो का ख़िताब दिया गया। आभार व्यक्त संतोष कुमार गौतम ने किया। आयोजन में ब्रिगेडियर समर वीर सिंह, डॉ.दिनेश शर्मा, मयंक जैन, सन्तोष कुमार, जितेंद्र शर्मा, शिव कुमार का सहयोग रहा।
कुलपति ने लिया वेबिनार में भाग
एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज (एआईयू) द्वारा एक वेबिनार का आयोजन किया गया। इसका विषय लीडरशीप डेवलपमेंट ऑन सर्कुलर इकोनॉमी था। इस वेबिनार का उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में सर्कुलर इकोनॉमी की अवधारणा और उसके महत्व को विकसित करना था। वेबिनार में विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने भाग लिया। एआईयू के द्वारा इंटरनेशनल काउंसिल फॉर सर्कुलर इकोनॉमी (आईसीसीई) के सहयोग से आयोजित वेबिनार में मंगलायतन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केवीएसएम कृष्णा ने भी भाग लिया।