कथा हमें जीने की कला सिखाती है
अलीगढ़ : श्रीकृष्ण ठाकुर द्वारा में चल रही श्रीमद् भागवत कथा को सातवें दिन गुरुवार को विश्रा
अलीगढ़ : श्रीकृष्ण ठाकुर द्वारा में चल रही श्रीमद् भागवत कथा को सातवें दिन गुरुवार को विश्राम मिल गया। गभाना में शुक्रवार को सुबह हवन-यज्ञ व प्रसाद वितरण किया जाएगा। कथा के अंतिम दिन कथावाचक डॉ. विजय कृष्ण चतुर्वेदी ने आह्वान किया कि वे अपने बच्चों को संस्कारवान बनाकर उन्हें ऐसा नागरिक बनाएं कि वह देश व समाज हित में काम कर सकें। उन्होंने कहा कि कलियुग में केवल राम का नाम जपने से ही सारे कष्टों एवं संकटों से मुक्ति मिल सकती है। इसलिए जितना संभव हो सके हमें प्रभु के नाम का सुमिरन व भजन करना चाहिए। भजन भगवान के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करने का एक मात्र साधन हैं। कथा हमें जीने की कला सिखाती है। उससे हमें सीख मिलती है कि जीवन चाहे जैसा भी हा,े लेकिन मानव को कभी भी अपने कर्म, धर्म, वचन व निर्वहन से पीछे नहीं हटना चाहिए। जीवन में आने वाले कष्ट एवं असफलताओं से मानव को कभी निराश नहीं होना चाहिए, बल्कि उनका डटकर मुकाबला करना चाहिए। कथा के दौरान उन्होंने कृष्ण सुदामा के चरित्र का वर्णन सुनाया तो श्रोता भावविभोर हो गए और उनकी आंखों से अश्रुधारा बह उठी। इस मौके पर झांकियों ने सबका मन मोह लिया। कथा विश्राम पर आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने कथा व्यास को स्मृति चिन्ह व अंग वस्त्र आदि भेंटकर सम्मानित किया।
आयोजन में भोला शंकर वर्मा, भाजपा नेता कुंवर अभिमन्युराज सिंह, अनिल सारस्वत, रोहित वर्मा, कौशल शर्मा सांई, रवि सारस्वत, अनिल शर्मा, निहाल चंद्र, उदयवीर सिंह, मनोज, सर्वेश कुमार, ऋतिक कृष्ण, विनेश कुमार सिंह, भुवनेश कुमार सिंह, हरेंद्र सिंह, योगेंद्रपाल सिंह योगी, गणेश सारस्वत, भगवती प्रसाद शर्मा, देवकीनंदन शर्मा, नितीश भारद्वाज, शिवकांत रावत, भोला सिंह, शंभू वर्मा, महेश वर्मा वर्मा, प्रशांत सारस्वत, संजू कश्यप, चौधरी मनवीर सिंह, राजीव शर्मा, दीपक वर्मा, राखी वर्मा रूवी वर्मा, सुमन सारस्वत, मधु वर्मा, रेखा सारस्वत, ममता वर्मा, साक्षी सारस्वत, सुमन सिंह, कुसुम शर्मा, सर्वेश शर्मा, कमलेश चौधरी, महिमा वर्मा, हरिराज सिंह, सुरेश गुप्ता, देवराज गुप्ता मौजूद रहे।