गर्मी में उल्टी-दस्त के अलावा त्वचा संबंधी बीमारी का बढ़ प्रकोप, ऐसे बरतें सावधानी
गर्मी के इस मौसम में सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में सबसे अधिक रोगी उल्टी-दस्त डायरिया पीलिया आदि के देखने को मिल रहे हैं लेकिन त्वचा संबंधी रोगियों की संख्या भी कम नहीं है। ऐसे में सावधानी बरतना बहुत जरुरी है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता: गर्मी के मौसम में संक्रामक रोगियों की संख्या सबसे ज्यादा होती है। इस समय सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में सबसे अधिक रोगी उल्टी-दस्त, डायरिया, पीलिया आदि के ही हैं, लेकिन इनसे ज्यादा रोगी इन दिनों त्वचा संबंधी है। मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले में रविवार को 25 प्रतिशत मरीज चर्म रोग का इलाज कराने पहुंचे। विशेषज्ञों के अनुसार इस समय वातावरण में नमी छाई हुई है, जो बैक्टीरिया व फंगस के लिए अनुकूल है। धूप से भी त्वजा झुलस जाती है।
रविवार को जनपद के 34 ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों व 18 शहरी स्वास्थ्य केंद्रों पर मुख्य मंत्री जन आरोग्य मेले का आयोजन किया गया। इसमें कुल 2906 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। इसमें 749 पुरुषए 1723 महिलाएं और 434 बच्चे जांच व उपचार को पहुंचे। सीएमअो डा. नीरज त्यागी के अनुसार 140 मरीज शुगर व 186 सांस रोग से ग्रस्त आए। वहीं, 458 मरीज विभिन्न प्रकार के त्वचा संबंधी रोगों से परेशान आए। दाद, खाज और खुजली, एलर्जी, सन बर्न आदि के सर्वाधिक रोगी रहे। त्वचा रोगी के संपर्क में आए अन्य लोग भी बीमार हो जाते हैं। इसलिए सभी को दवा के साथ सलाह भी दी गई।
अस्पतालों में भी त्वचा रोगियों की भीड़
सरकारी व निजी अस्पतालों में भी इन दिनों त्वचा रोग विशेषज्ञों के पास मरीजों की लाइन लगी हुई है। विशेषज्ञ उन्हें दवा के साथ बचाव के लिए भी परामर्श दे रहे हैं। होम्योपैथी चिकित्सकों के पास भी त्वचा रोगियों की काफी संख्या है। काफी मरीज उपचार भी नहीं करा रहे। कुछ तो बाजार से स्टेरायड क्रीम खरीदकर काम चला रहे थे। दरअसल, चर्म रोगों के बढ़ने का कारण शरीर की ठीक से सफाई न होना है।
ऐसे रखें ध्यान
- हल्के रंग के सूती कपड़े पहनें।
- सुबह-शाम स्नान करें।
- बिना हाथ धोए शरीर को छूएं
- पोषक आहार व सलाद का सेवन करें।
- शरीर पर कोई निशान देखते ही चिकित्सक को दिखाएं
- रोजाना भरपूर पानी व लिक्विड डाइट लें।
- त्वचा रोगियों के संपर्क में आने से बचें।
- यदि घर में कोई रोगी है तो उसे आइसोलेट करें
- त्वचा रोगी का तोलिया व अन्य कपड़े अलग कर दें।