अब अंजुम को मिलेगा इंसाफ, 'तीन तलाक' का मुकदमा दर्ज Aligarh News
तीन तलाक को लेकर शिक्षिका की मेहनत रंग लाई। एसएसपी के आदेश पर मुकदमा दर्ज हो गया है। पुलिस ने भी आरोपी पति को पकडऩे के लिए तलाश शुरू कर दी है।
अलीगढ़ (जेएनएन)। 'तीन तलाक' को लेकर शिक्षिका की मेहनत रंग लाई। एसएसपी के आदेश पर मुकदमा दर्ज हो गया है। पुलिस ने भी आरोपी पति को पकडऩे के लिए तलाश शुरू कर दी है। अहम बात यह है कि कार्रवाई के डर से आरोपी पति डर गया है और तलाक देने की बात से इंकार कर रहा है।
निकाह के बाद से मांगा जा रहा दहेज
बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात शिक्षिका अंजुम निवासी शहंशाहबाद, क्वार्सी ने अपने शौहर सलीम खां पुत्र रौनक हुसैन पर बुधवार को रजिस्ट्री के माध्यम से 100 रुपये के स्टांप पेपर पर तीन तलाक का पत्र भेजने का आरोप लगाया गया था। गुरुवार को शिक्षिका ने एसएसपी से मामले की शिकायत कर बताया था कि वर्ष 2005 में उसका निकाह हुआ था। निकाह के बाद से ही सलीम दहेज की मांग करने लगा। इसी बीच उसकी बेसिक शिक्षा विभाग में नौकरी लग गई। सलीम नौकरी की तनख्वाह को भी पार कर देता था। निकाह के बाद दो बच्चे हुए। इसके बाद भी सलीम का उत्पीडऩ बंद न हुआ।
मकान अपने नाम कराने पर की मारपीट
2016 में मेहनत की कमाई से शहंशाहबाद में बनवाए मकान को अपने नाम कराने को लेकर सलीम ने मारपीट की। इसके बाद हारकर 2018 में दहेज उत्पीडऩ और मारपीट का मुकदमा क्वार्सी थाने में दर्ज कराया। इसके बाद सलीम ने मारपीट कर मेरे ही मकान से निकाल दिया।
'मैंने नहीं दिया तीन तलाक, न पत्नी को घर से निकाला'
दो दिन पहले तीन शिक्षिका के पति ने शुक्रवार को एसएसपी के सामने पेश होकर सफाई दी। कहा, 'मैंने तीन तलाक नहीं दिया, न ही पत्नी को घर से निकाला है'। आरोप लगाया कि डाक से भेजा गया स्टांप पेपर फर्जी तरीके से बनवाया गया है। इसकी जांच कराई जाए।
पति का अरोप, अंजुम ने खुद छोड़ा घर
सलीम खान पुत्र रौनक हुसैन निवासी शहंशाहबाद ने बताया कि वे 2002 से परचून की दुकान चला रहे हैं। 2005 में उनकी शादी अंजुम कमाल निवासी नगला पटवारी से हुई। दो बेटी व एक बेटा है। सलीम 10वीं तक पढ़े हैं, लेकिन पत्नी को पढ़ाई करने से नहीं रोका। शिक्षिका की तैयारी के लिए पूरा सहयोग किया। 2008 में पत्नी की बतौर शिक्षिका टप्पल में तैनाती हुई। फिलहाल वे लोधा ब्लॉक में हैं। इसी बीच दोनों ने मिलकर शहंशाहबाद में ही मकान खरीदा। सलीम ने आरोप लगाया कि दो जून 2018 को अंजुम खुद ही घर छोड़कर चली गईं और कोर्ट में घरेलू ङ्क्षहसा का वाद दायर कर दिया। कोर्ट से नोटिस मिला, तब उन्हें जानकारी हुई। उन्होंने कई बार पत्नी को बुलाने के प्रयास भी किए। सलीम के मुताबिक पत्नी अलग रहना चाहती हैं। मकान पर कब्जे की बात झूठी है। उन्होंने किसी तरह की रजिस्टर्ड डाक से तीन तलाक नहीं भेजा। पत्नी ने फर्जी दस्तावेज पेश किए हैं। एसएसपी आकाश कुलहरि ने थाना क्वार्सी पुलिस को जांच के आदेश दिए।
पति के आरोप झूठे
लोधा ब्लॉक के प्राइमरी स्कूल में शिक्षिका अंजुम कमाल का कहना है कि दो जून 2018 को पति ने मारपीट कर घर से निकाला था। मेरी आंखों व शरीर पर चोट आई थी। पुलिस ने डॉक्टरी परीक्षण भी कराया। पति मेरे साथ नहीं रहना चाहते। इसी उद्देश्य से मकान पर कब्जा किया। तीन तलाक डाक के जरिये भेजा। अब कार्रवाई के डर से झूठे आरोप लगा रहे हैं।
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