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एएमयू छात्रों की परीक्षाएं 5 अगस्त से, ऑनलाइन होगा वाइवा Aligarh news

फाइनल परीक्षाएं 5 अगस्त से होंगी। यह परीक्षाएं भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए ऑनलाइन वाइवा के रूप में होंगी।

By Parul RawatEdited By: Published: Thu, 23 Jul 2020 09:13 PM (IST)Updated: Thu, 23 Jul 2020 09:13 PM (IST)
एएमयू छात्रों की परीक्षाएं 5 अगस्त से, ऑनलाइन होगा वाइवा Aligarh news
एएमयू छात्रों की परीक्षाएं 5 अगस्त से, ऑनलाइन होगा वाइवा Aligarh news

अलीगढ़, [जेएनएन]। एएमयू में सभी अंडरग्रेजूएट व पोस्ट ग्रेजूएट छात्र-छात्राओं (शैक्षणिक वर्ष 2019-20) के 30 प्रतिशत अंकों के लिये फाइनल परीक्षाएं 5 अगस्त से होंगी। यह परीक्षाएं भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए ऑनलाइन वाइवा के रूप में होंगी। यह निर्णय कुलपति प्रो. तारिक मंसूर की अध्यक्षता में सभी फैकल्टियों के डीन, काॅलेजों पालीटेक्निक के प्रिंसिपल विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारियों के साथ मीटिंग में किया गया। यह भी निर्णय लिया गया कि शैक्षणिक सत्र 2020-21 में शिक्षण कार्य को ऑनलाइन पद्धति से प्रारंभ किया जाए। एएमयू में इस शैक्षणिक सत्र में अंडरग्रेजूएट तथा पोस्ट ग्रेजूएट पाठ्यक्रमों के अंतिम वर्ष की परीक्षाओं के 70 प्रतिशत अंकों का मुल्यांकन किया जा चुका है।      

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आत्मनिर्भर भारत अभियान

एएमयू के विमेंस कॉलेज में कामर्स के प्रो. बाबू बख्श मंसूरी ने दून यूनिवर्सिटी, देहरादून के स्कूल आॅफ मैनेजमेंट की ओर से ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में “उत्तर-कोविड पृष्ठभूमि में एमएसएमई का विकास तथा संभावनायें” विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। अपने व्याख्यान में प्रो. मंसूरी ने कहा कि भारत सरकार आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत एम०एस०एम०ई० के विकास पर विशेष ध्यान दे रही है तथा इससे अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में आसानी होगी।

तेजी से बढ़ रहा विधिक व्यवसाय

इंडियन फोरम फार ऐजूकेशन, रियाद सऊदी अरब की ओर से “विधिक शिक्षा का महत्व तथा समकालीन चुनौतिया“ विषय पर अंतराष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया। मुख्य वक्ता प्रो. शकील अहमद समदानी अधिष्ठाता विधि संकाय, एएमयू ने कहा कि विधिक व्यवसाय पूरे विश्व में बहुत तेजी से बढ़ रहा है। इसका कारण यह है कि कानून का दखल जिंदगी के हर क्षेत्र में हो गया है। घरेलू मामलों से लेकर विश्व स्तरीय मामलात तक हर जगह विधि का बोलबाला है। विधि की महत्ता बताते हुए प्रो. समदानी ने कहा कि आज लाखों वकील हंै लेकिन अच्छे वकील तो बहुत ही कम है। देश ही नहीं पूरे विश्व में विधि स्नातकों की बहुत मांग है और छात्र इसमें अपना उज्जवल केरियर बना सकते है। प्रो. समदानी ने प्रतिभागियों को मध्य, पूर्व एवं भारत में विधि पाठ्यक्रमों की प्रवेश प्रक्रिया से अवगत कराया। इस अंतराष्ट्रीय वेबिनार में कनाडा, न्यूजीलैंड, साउथ अफ्रीका, अमेरिका, इंग्लैंड, दुबई, शारजाह, कतर, ओमान, सऊदी अरब, मारीशस और भारत सहित तकरीबन 15 देशों के प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रोग्राम का संचालन फैसल जैदी ने किया तथा मेहमानों एवं संस्था का परिचय प्रो. दिलशाद अहमद ने कराया।


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