हाईकोर्ट के फैसले पर AMU छात्रों में खुशी : बोले, इस्तीफा दें एएमयू कुलपति Aligarh News
एएमयू के छात्रसंघ अध्यक्ष सलमान इम्तियाज ने हाईकोर्ट के आए फैसले पर खुशी जताते हुए कहा है कि यह छात्रों की जीत है। छात्रों पर बर्बरतापूर्वक कार्रवाई हुई थी।
अलीगढ़ [जेएनएन]: एएमयू के छात्रसंघ अध्यक्ष सलमान इम्तियाज ने हाईकोर्ट के आए फैसले पर खुशी जताते हुए कहा है कि यह छात्रों की जीत है। छात्रों पर बर्बरतापूर्वक कार्रवाई हुई थी, यह कोर्ट में साबित हो गया है। ऐसे में कुलपति व रजिस्ट्रार को जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए।
पीआइएल पर आया फैसला
छात्र नेता ने बताया कि इस मामले में मेरी तरफ से भी पीआइएल दाखिल की गई थी। जिस पर फैसला आ गया है। न्यायालय ने एएमयू में छात्रों पर हुई लाठीचार्ज की घटना पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की संस्तुतियों का पालन करने तथा अनुपालन रिपोर्ट कोर्ट में प्रस्तुत करने के निर्देश राज्य सरकार को दिए हैं।
लाठी चार्ज करने वालों के खिलाफ हो कार्रवाई
यह भी कहा है कि डीजीपी पुलिस और पीएसी के उन जवानों की पहचान करें जो लाठीचार्ज में शामिल थे, फिर उनके खिलाफ नियमों के तहत उपयुक्त कार्रवाई की जाए। घायल हुए छह छात्रों को मुआवजा देने का भी निर्देश दिया है।
एएमयू बवाल में डीआइजी सहित 50 हुए थे घायल
15 दिसंबर को सुबह से हालात सामान्य थे। एएमयू के बाहर पुलिस तैनात थी। लेकिन देर शाम जेएनयूछात्रों के प्रदर्शन के बीच पुलिस की कार्रवाई की जानकारी होने पर छात्रों की भीड़ बाबे सैयद गेट पर आ गई। यहां बैरिकेडिंग तोड़कर छात्र बाहर आ गए। इस दौरान पुलिस बल भी कम था। एक बार तो इन्हें पुलिस ने वापस कर दिया। सूचना पर एसपी सिटी अभिषेक व सीओ अनिल समानिया कई थानों का फोर्स व आरएएफ के साथ पहुंच गए। तभी छात्रों की भीड़ फिर बाहर आ गई और पथराव करते हुए प्रशासनिक भवन की बेरिकेटिंग तोडऩे की कोशिश की। पुलिस ने छात्रों को खदेड़ दिया। इस दौरान कई स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए गए। देर रात एएमयू पूरी तरह छावनी में तब्दील हो गई। बाबे सैयद गेट, पुरानी चुंगी व प्रशासनिक भवन पर भारी संख्या में पुलिस बल व आरएएफ तैनात हो गई।
वज्र वाहन व वाटर कैनन की गाड़ी कैंपस में
छात्रों की ओर से लगातार पथराव के बाद आरएएफ के दो वज्र वाहन, वाटर कैनन की गाड़ी और एक फायर ब्रिगेड की गाड़ी पुलिस बल के साथ कैंपस में घुस गई।
जामिया में छात्र को गोली लगने का विरोध
भीड़ में एक छात्र ये कहते हुआ दिखा कि जामिया में उसका भाई पढ़ता है, जिसे गोली लगी है। इसी से गुस्साई भीड़ ने पहले बाबे सैयद का गोट तोड़ा और बेकाबू हो गई।