Move to Jagran APP

एएमयू ने छह माह बाद छात्र से मांगी पीएचडी की डिग्री, जानिए क्या मामला ....

एएमयू के छात्र दानिश ने बताया कि उन्हें पीएचडी की डिग्री नौ मार्च 2021 को अवार्ड हुई। छह महीने गुजर जाने के बाद चार अगस्त 2021 को पत्र मिला कि जो दी गई है वह गलत है। इसे वापस करने के लिए कहा गया है।

By Mukesh ChaturvediEdited By: Published: Wed, 01 Dec 2021 11:59 AM (IST)Updated: Wed, 01 Dec 2021 12:30 PM (IST)
एएमयू ने छह माह बाद छात्र से मांगी पीएचडी की डिग्री, जानिए क्या मामला ....
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में एक छात्र से पीएचडी वापस करने का मामला सामने आया है।

जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में एक छात्र से पीएचडी वापस करने का मामला सामने आया है। छात्र ने जहां इसे इंतजामिया द्वारा परेशान करने का कदम बताया है वहीं, इंतजामिया ने गलती से पीएचडी जारी होने की बात कही है। छात्र ने पीएम नरेंद्र मोदी और यूपी सीएम योगी को पत्र लिखकर इस मामले में हस्तक्षेप करने को कहा है। हाईकोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया है।

loksabha election banner

यह हैं आरोप 

अलीगढ़ के सिविल लाइंस क्षेत्र के रहने वाले दानिश ने एएमयू से पीएचडी तक पढ़ाई की है। दानिश ने बताया कि उन्हें पीएचडी की डिग्री नौ मार्च 2021 को अवार्ड हुई। उसकी साथी मारिया नईम को नवंबर 2020 में पीएचडी अवार्ड हुई। पीएचडी मिलने के छह महीने गुजर जाने के बाद चार अगस्त 2021 को पत्र मिला कि जो डिग्री हम दोनों को दी गई है वह गलत है। उसे वापस किया जाए। छात्र का कहना है कि वह समझ नहीं पा रहे ऐसा क्यों किया जा रहा है? ऐसा कहीं नहीं हाेता कि छात्र को अवार्ड हुई पीएचडी को वापस लिया जाए।

पीएम की तारीफ 

दानिश ने बताया कि पिछले साल दिसंबर को उन्होंने पीएम की तारीफ की थी। तब पीएम ने एएमयू के सौ साल पूरे होने पर एक कार्यक्रम में संबोधित किया था। पीएम की तारीफ करने के बाद से ही मेरे साथ एएमयू में गलत व्यवहार शुरू हो गया था। आठ फरवरी को मेरा वायवा था। दो-तीन दिन पहले मुझे चेयरमैन ने बुलाया था। उन्होंने कहा कि तुम एक छात्र हो। तुम्हे किसी भी राजनीति पार्टी के बारे में इस तरह से खुलकर नहीं बोलना चाहिए था। तुम ऐसे बोल रहे थे जैसे राइट विंग के आदमी हो। छात्र ने बताया कि उन्होंने चेयरमैन की बात का कोई जवाब नहीं दिया।

आरोप गलत 

एएमयू के प्रवक्ता प्रो. साफे किदवई ने बताया कि आरोप गलत हैं। छात्र ने भाषा विज्ञान विभाग के एलएएम (विज्ञापन और विपणन की भाषा) पाठ्यक्रम में एमए और पीएचडी किया, जो भाषा विज्ञान में पीएचडी की डिग्री भी प्रदान करता है। चूंकि उन्होंने एलएएम में एमए किया है, इसलिए उन्हें एलएएम में पीएचडी की डिग्री मिलनी चाहिए। गलती से छात्र को भाषा विज्ञान में पीएचडी की डिग्री दे दी गई इसलिए डिग्री बदलने को कहा गया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.