Move to Jagran APP

एएमयू प्रोफेसर, नर्स व छात्र डेंगू की चपेट में, मरीज संख्या 1200 के पार Aligarh news

डेंगू को लेकर तमाम सतर्कता के बावजूद नए मरीज सामने आ रहे हैं। दायरा शहर से निकलकर एएमयू तक पहुंच गया है। कई छात्र ही नहीं प्रोफेसर शिक्षणेत्तर कर्मचारी भी चपेट में हैं।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Thu, 07 Nov 2019 02:49 PM (IST)Updated: Thu, 07 Nov 2019 02:49 PM (IST)
एएमयू प्रोफेसर, नर्स व छात्र डेंगू की चपेट में, मरीज संख्या 1200 के पार Aligarh news
एएमयू प्रोफेसर, नर्स व छात्र डेंगू की चपेट में, मरीज संख्या 1200 के पार Aligarh news

अलीगढ़ (जेएनएन)।  डेंगू को लेकर तमाम सतर्कता के बावजूद नए मरीज सामने आ रहे हैं। दायरा शहर से निकलकर एएमयू तक पहुंच गया है। कई छात्र ही नहीं, प्रोफेसर, शिक्षणेत्तर कर्मचारी भी चपेट में हैं। मेडिकल कॉलेज में इलाज करने वाले कई डॉक्टर, स्टाफ नर्स, एएनएम आदि भी चपेट में आ गए हैं। 

loksabha election banner

इमरजेंसी में हाहाकार

मेडिकल कॉलेज के डिपार्टमेंट ऑफ मेडिसिन की ओपीडी में हर दूसरा मरीज बुखार से पीडि़त पहुंच रहा है। अब तक यहां करीब 1200 मरीज चिह्नित किए जा चुके हैं। इनमें आसपास के जिलों से आए मरीज भी शामिल हैं। इमरजेंसी में इलाज के लिए हाहाकार की स्थिति है। मेडिकल कॉलेज के तमाम विभागों में ही कई डॉक्टर व स्टाफ डेंगू का इलाज करा रहे हैं।

प्रोफेसर के दोनों बेटे चपेट में

एएमयू में भी यही स्थिति है। थियोलॉजी डिपार्टमेंट में एक प्रोफेसर के दोनों बेटे चपेट में हैं। जिला अस्पताल में प्राइवेट वार्ड समेत तीन वार्ड डेंगू मरीजों से भरे पड़े हैं। ज्यादातर ने संदिग्ध मरीज जांच व इलाज की बजाय मेडिकल कॉलेज रेफर किए जा रहे हैं। यदि जिला अस्पताल में मरीजों को इलाज मिल जाए तो मरीजों जेएन मेडिकल नहीं जाना पड़ेगा।

डेंगू से बचाव को विद्यार्थियों की लगेगी विशेष कक्षा

डेंगू से बच्चों को बचाने के लिए स्कूल-कॉलेजों में पहल की गई है। विद्यालयों में डेंगू व दिमागी बुखार से बचाव के टिप्स देने के लिए 40 से 45 मिनट की विशेष कक्षाएं चलाई जाएंगी। माध्यमिक विद्यालयों के साथ सीबीएसई, आइसीएसई के स्कूलों में भी प्रचार-प्रसार कार्यक्रम करने के निर्देश जारी किए गए हैं। बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में भी बच्चों को डेंगू से बचाने के उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं। स्कूल-कॉलेजों में संचारी रोग नियंत्रण अभियान भी चलाया जाएगा।

फुल आस्तीन की शर्ट पहनने के निर्देश

डीआइओएस डॉ. धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि प्रार्थना सभा में बच्चों को डेंगू फैलने के कारण व बचाव के तरीके बताए जाएंगे। सभी विद्यार्थियों को फुल आस्तीन की शर्ट में ही बुलाया जाएगा। उपस्थिति रजिस्टर पर प्रधानाचार्य नजर रखेंगे। देखा जाएगा कि पिछले दो दिनों से कौन विद्यार्थी नहीं आया। स्कूल प्रबंध समिति के सदस्यों से पूछताछ भी की जाएगी।

पैरासिटामॉल-500 एमजी का ही हो प्रयोगं

बीएसए डॉ. लक्ष्मीकांत पांडेय ने बताया कि बच्चों की विशेष कक्षा लगाकर बताया जाएगा कि डेंगू के लक्षण हों तो कोई भी टेबलेट न लेकर केवल पैरासिटामॉल-500 एमजी का ही प्रयोग करें।  फुल शर्ट पहनकर ही बच्चों को आने के निर्देश दिए गए हैं। स्कूल में कहीं जलभराव हो तो उसे प्रधानाध्यापक व बीईओ साफ कराएंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.