हिंदू राव अस्पताल के डॉक्टरों के पक्ष में आए एएमयू के डॉक्टर, काली पट्टी बांधकर जता रहे विरोध
दिल्ली नगर निगम (डीएमसी ) के हिंदू राव अस्पताल में काफी दिनों से चल रहे विरोध-प्रदर्शन का असर एएमयू के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज तक पहुंच गया है। यहां के जूनियर डॉक्टर उनके पक्ष में आ गए हैं।
अलीगढ़, जेएनएन। दिल्ली नगर निगम (डीएमसी ) के हिंदू राव अस्पताल में काफी दिनों से चल रहे विरोध-प्रदर्शन का असर एएमयू के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज तक पहुंच गया है। यहां के जूनियर डॉक्टर उनके पक्ष में आ गए हैं। आज जूनियर डॉक्टर काली पट्टी बांधकर काम कर रहे हैं। सरकार से मांग की है कि हिंदू राव अस्पताल के डॉक्टरों की मांगें उचित हैं। इनकी समस्या का हल किया जाए।
रविवार को ही कर दी थी घोषणा
जेएन मे़डिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने काली पट्टी बांधकर कार्य करने की घोषणा रविवार को ही कर दी थी। यह फैसला मीटिंग करके लिया गया था। इसके बाद कॉलेज प्रशासन को सूचना दी गई। कहा गया था कि हिंदूराव अस्पताल के डॉक्टरों की मांगों के समर्थन में हैं।
चार माह से नहीं मिला वेतन
रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिशन (आरडीए) के अध्यक्ष डॉ. हमजा मलिक ने बताया कि हिंदू राव अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ को पिछले चार महीने से वेतन नहीं मिला है। इसके चलते डॉक्टरों और स्टाफ 17 दिन से विरोध प्रदर्शन कर रहा है। अब वहां के डॉक्टरों ने भूख हड़ताल का भी एलान कर दिया है। अध्यक्ष ने कहा कि रेजीडेंट डॉक्टर कोरोना महामारी के इस संकट में अपनी जान जोखिम में डालकर सेवाएं दे रहे। फिर भी उन्हें वेतन नहीं दिया जा रहा है। स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ भी ऐसा हो रहा है। ऐसे में उन्हें परिवार चलाने में अनेक मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
सरकार दे ध्यान
सरकार और अस्पताल प्रबंधन को उन पर ध्यान देना चाहिए। कहा इस संबंध में एक पत्र राष्ट्रपति को लिखा है। जिसमें माग की गई कि जल्द से जल्द रेजीडेंट डॉक्टर्स व अन्य स्टॉफ को वेतन दिलाया जाए। ये अस्पताल दिल्ली नगर निगम के अधीन है। इस लिए केंद्र सरकार को वेतन दिलाने की कार्रवाई करनी चाहिए।