एएमयू के पूर्व छात्र ने राजस्थान में मंत्री की तरह खुद का जारी किया कार्यक्रम
एएमयू के पूर्व छात्र और एनजीओ संचालक परवेज सिद्दकी ने राजस्थान में सरकारी सुविधाएं लेने की कोशिश की। उसने मंत्री की तरह खुद का कार्यक्रम जारी कर दिया।
अलीगढ़ (जेएनएन)। एएमयू के पूर्व छात्र और एनजीओ संचालक परवेज सिद्दकी ने राजस्थान में सरकारी सुविधाएं लेने की कोशिश की। उसने मंत्री की तरह खुद का कार्यक्रम जारी किया और सात दिवसीय दौरे के लिए प्रोटोकॉल मांगा। खास बात यह है कि राजस्थान सरकार ने बगैर छानबीन किए सभी इंतजाम भी कर दिए।
राजस्थान अल्पसंख्यक विभाग के प्रमुख सचिव को भेजा था पत्र
सुविधाओं के लिए अल्पसंख्यक विभाग को लिखे पत्र में परवेज सिद्दकी को एनजीओ सर सैयद माइनॉरिटी फाउंडेशन ऑफ इंडिया का अध्यक्ष बताया गया। यह पत्र इस संस्था के सचिव अब्दुल खालिक ने अल्पसंख्यक विभाग की प्रमुख सचिव को भेजा था। इसमें दिल्ली से चूरू, झुंझुनूं, नागौर, बीकानेर, जयपुर में आना और राज्यपाल से मुलाकात तय होना बताया।
जांच किए बगैर दे दिए अधिकारियों को निर्देश
इस पत्र की जांच किए बिना ही विभाग ने पांच जिलों के अल्पसंख्यक अधिकारियों को निर्देश डे डाले। सरकारी गाड़ी, सर्किट हाउस तक में बुकिंग करा दी। बाद में पता लगा कि इसकी एनजीओ से एएमयू का कोई संबंध नहीं है और न ही राज्यपाल से उसने कोई अपॉइंटमेंट लिया है। असलियत सामने आने पर असलियत सामने आने पर अधिकारियों में हड़कंप मच गया। विभाग की ओर से परवेज व उसके साथियों को रेलवे स्टेशन से रिसीव करने, वापस छोडऩे और सरकारी खर्चे पर रुकने की व्यवस्था करने तक के निर्देश जारी किए गए थे। इसके आधार पर चूरू के सर्किट हाउस में कमरा बुक कराया गया था। बाद में एएमयू के प्रवक्ता से बात करने पर असलियत की जानकारी हुई।
सिर्फ कार्यक्रम की सूचना दी थी
इस संबंध में परवेज का कहना था कि कुछ लोगों के द्वारा मुझे बदनाम करने की कोशिश की गई है। मेरा उद्देश्य राजस्थान में सरकारी सुविधाओं का दुरुपयोग करने का नहीं था। केवल अपने कार्यक्रम की सूचना दी थी। सुविधाएं नहीं मांगी थी।