जिन्ना प्रकरण में छात्रों ने एएमयू कैंपस में निकाली रैली, आंदोलन जारी रखने की चेतावनी
एएमयू छात्रसंघ ने धरना जारी रखते हुए आज शाम कैंपस मार्च निकालकर ताकत का प्रदर्शन किया और आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी।
अलीगढ़ (जेएनएन)। जिन्ना की तस्वीर हटाने को लेकर छिड़े विवाद के बीच धरने पर बैठे एएमयू छात्रों ने आंदोलन खत्म करने से इन्कार कर दिया। एएमयू प्रशासन की ओर से गठित ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने धरना खत्म कराने का प्रयास किया लेकिन बात नहीं बनी। छात्र संघ अध्यक्ष मशकूर अहमद उस्मानी, उपाध्यक्ष सज्जाद सुभान राथर व सचिव मो. फहद ने दोहराया कि छात्रों पर लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों और उकसाने वाले कृत्य के लिए हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं के खिलाफ जब तक कार्रवाई नहीं होती, धरना जारी रखेंगे। शाम हजारों छात्र-छात्राओं ने मार्च निकालकर ताकत का प्रदर्शन किया।
छात्रसंघ पहले बॉबे सैयद से 500 मीटर दूर डीएम आवास तक मानव शृंखला बनाना चाहते थे। छात्रसंघ ने शहर के लोगों से भी आने का आह्वïन किया था पर पुलिस-प्रशासन ने इजाजत नहीं दी। बाद में शहर मुफ्ती खालिद हमीद के मनाने पर कैंपस में ही मार्च निकाला गया। इसमें एएमयू स्टॉफ, वीमेंस कॉलेज की छात्राओं समेत करीब आठ हजार छात्र शामिल हुए। हाथों में तिरंगा लिए छात्रों ने इंसाफ की मांग कर नारे लगाए। छात्रों ने एएमयू सर्किल तक आने की कोशिश की, लेकिन इंतजामिया ने रजिस्ट्रार ऑफिस पर रोक लिया।
छवि बिगाडऩे वाली ताकतों के जाल में नहीं फंसना : कुलपति
एएमयू कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने छात्रों से अपील की कि हमें उन ताकतों के जाल में नहीं फंसना चाहिए, जो हमारी छवि व सुनहरे भविष्य से खिलवाड़ करना चाहते हैं। परीक्षा के ऐन पहले किसी भी दशा में अपनी पढ़ाई को प्रभावित नहीं होने देना है। दरअसल, एएमयू की सालाना परीक्षाएं 12 मई से नियत हैं। प्रो. मंसूर ने कहा कि हमारी प्यारी यूनिवर्सिटी एक कठिन दौर से गुजर रही है। उन्होंने मीडिया के एक वर्ग, खासकर टीवी न्यूज चैनल्स को आड़े हाथ लिया। कहा, ये अद्र्धसत्य तथ्य दिखाकर यूनिवर्सिटी की बेहद खराब छवि पेश कर रहे हैं।
20 साल याद रहेगी कार्रवाई : डीएम
डीएम चंद्रभूषण सिंह ने चेताया है कि उपद्रव करने वालों पर ऐसी कार्रवाई होगी कि 20 साल तक याद रहेगी। पुलिस-प्रशासन की टीमें जुलूस, प्रदर्शन व सोशल मीडिया पर नजर रखे हुए हैं। कुछ लोग चिह्नित भी किए गए हैं। धरना या जुलूस में भड़काऊ भाषण देने वाले भी चिह्नित कर लिए हैं। इनमें से कुछ पर गुंडा एक्ट लगाएंगे और जिला बदर भी करेंगे।