एएमयू इंतजामिया ने यूनियन हॉल पर लगाया ताला
एएमयू इंतजामिया ने छात्रसंघ का कार्यकाल पूरा होने पर लगा दिया ताला।
अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) इंतजामिया ने छात्रसंघ का कार्यकाल पूरा होने के बाद यूनियन हॉल पर ताला लगा दिया है। अब यहां छात्र राजनीति की गतिविधियां थम गई हैं। छात्रसंघ का चुनाव होने के दौरान ही यहां ताला खुल सकेगा।
एएमयू छात्रसंघ की यूनियन का कार्यकाल चार जून को खत्म हो गया था। उसी रात यूनियन ने आम सभा बुलाकर कार्यकाल आगे की यूनियन का चुनाव होने तक बढ़ा लिया था। कई और प्रस्ताव पास किए। जिन्हें कुलपति के पास भेजा गया। इस पर कुलपति ने कोई फैसला नहीं लिया है। इंतजामिया ने अब को यूनियन हॉल के उस भवन का ताला बंद करा दिया, जहां से यूनियन के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव व अन्य पदाधिकारी अपने कार्यालय के प्रवेश पाते हैं। इससे साफ हो गया कि वर्तमान यूनियन का कार्यकाल खत्म हो गया है। हाल में तैनात 12 कर्मचारियों में से सात को उनके डिपार्टमेंट भेज दिया गया है। अब पांच कर्मचारी ही कार्यरत हैं। उनके लिए यहां दो घंटे ही कार्य करने का आदेश हैं। निवर्तमान छात्रसंघ अध्यक्ष मशकूर अहमद उस्मानी ने बताया कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं हैं, वह अलीगढ़ से बाहर हैं। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जनसंपर्क विभाग के मेंबर इंचार्ज प्रो. साफे किदवई ने बताया कि यूनियन का कार्यकाल समाप्त हो गया है। कार्यकाल खत्म होने के बाद यूनियन हॉल पर ताला लगाने लगाने की कार्रवाई हर साल होती है।
खास बात यह है कि छात्रसंघ कार्यालय पर ताला लगने के साथ ही एएमयू छात्रसंघ के हॉल में जिन्ना की तस्वीर को लेकर हुआ विवाद भी शिथिल हो गया है। छात्रसंघ ने जिन्ना की तस्वीर से संबंधित एएमयू में हुए बवाल के दौरान लाठी चार्ज को लेकर ईद के बाद आंदोलन शुरू करने की घोषणा की थी, लेकिन यूनियन हॉल पर ताला लगने के बाद आंदोलन हवा हवाई जैसा लग रहा है।