Move to Jagran APP

यूपी के 19 मोस्ट वांटेड अपराधियों में शुमार 50 हजारी सऊद का कोई पता नहीं

एक नाम यूपी पुलिस के मोस्ट वांटेड 19 अपराधियों में भी शामिल है। वो है कुख्यात मुनीर के राइट हैंड शूटर सऊद का जो सालों से पुलिस की पहुंच से दूर है।

By Parul RawatEdited By: Published: Fri, 17 Jul 2020 04:39 PM (IST)Updated: Fri, 17 Jul 2020 06:31 PM (IST)
यूपी के 19 मोस्ट वांटेड अपराधियों में शुमार 50 हजारी सऊद का कोई पता नहीं
यूपी के 19 मोस्ट वांटेड अपराधियों में शुमार 50 हजारी सऊद का कोई पता नहीं

अलीगढ़, [सुमि‍त शर्मा]। कानपुर में आठ पुलिसकॢमयों की हत्या के बाद कुख्यात अपराधियों को पकडऩे के लिए प्रदेशभर में पुलिस सक्रिय हो गई है। अलीगढ़ पुलिस ने भी अपराधियों की सूची बना ली है। कई इनामियों को मुठभेड़ में दबोचा भी है। लेकिन, एक नाम यूपी पुलिस के मोस्ट वांटेड 19 अपराधियों में भी शामिल है। वो है कुख्यात मुनीर के राइट हैंड शूटर सऊद का, जो सालों से पुलिस की पहुंच से दूर है। सऊद अलीगढ़ के दो चॢचत हत्याकांडों में शामिल रहा है। यही नहीं, सऊद ने लखनऊ में भी आपराधिक घटनाएं कीं। सऊद पर 50 हजार का इनाम घोषित है।

loksabha election banner

सात साल पहले किलिंग मशीन ए कंपनीÓ नाम के जरायम ग्रुप ने एएमयू के इर्द-गिर्द ताबड़तोड़ घटनाएं कर आतंक मचा दिया था। सरगना मुनीर ने आशुतोष के साथ मिलकर गैंग बनाया था। दोनों तिहाड़ जेल में हैं। लेकिन गैंग के कई सदस्य या तो जेल में है? या जमानत पर बाहर हैं। लेकिन, आंबेडकर नगर के टांडा का रहने वाला एएमयू का पूर्व छात्र और मुनीर का राइड हैंड सऊद अहमद सिद्दीकी का आज तक कोई सुराग नहीं लग सका। जब-जब इस गैंग का कोई सदस्य पकड़ा गया, तब सऊद को लेकर भी सवाल हुए। अलीगढ़ पुलिस के साथ यूपी एसटीएफ को भी उसकी तलाश हैं। पुलिस यही मानकर चल रही है? कि उसका पिता सऊदी अरब में नौकरी करता है? तो सऊद भी वहीं भाग गया होगा। एसटीएफ ने रेड कार्नर नोटिस भी जारी किया था। अब सऊद कहां है? क्या करता है? कोई नहीं जानता।

दो हत्याओं में वांछित, पिस्टल भी लूटते थे

सऊद मुनीर का खास था। मुनीर के साथ सऊद ने 13 फरवरी 2015 को पान दरीबा में रेलवे स्टेशन के बाहर चाय पी रहे रेलवे मजिस्ट्रेट के गनर सुरेश बाबू की हत्या कर सॢवस पिस्टल छीन ली। यह गैंग हत्या के बाद हथियार भी लूट लेता था। पुलिस आज तक गनर की सॢवस पिस्टल तक बरामद नहीं कर सकी। जबकि इस घटना के सात माह बाद 18 सितंबर 2015 को अतीउल्लाह, शादाब संग मिलकर मुनीर व सऊद ने एएमयू के डीएसडब्ल्यू छात्र आलमगीर की हत्या की। अप्रैल 2016 में एनआईए अफसर तंजील अहमद की हत्या हो गई। तभी मुनीर गैंग का नाम चर्चा में आया था। फिर एसटीएफ सक्रिय हुई। मुनीर को गाजियाबाद से पकड़ा गया, मगर सऊद हाथ नहीं आया। पता चला कि वह मुंबई में था। फिर बाहर भाग जाने की अंदेशा लगने लगा। सऊद कई हत्याओं और लूट में वांछित हैं। वर्ष 2013 से वर्ष 2015 के बीच केवल अलीगढ़ में ए कंपनी पर लूट, हत्या और छिनैती के लगभग 20 मामले दर्ज हो चुके थे, जबकि दिल्ली में इस गैंग ने छह बड़ी वारदातों को अंजाम दिया। इनमें वर्ष 2014 में कैशवैन से डेढ़ करोड़ रुपए की लूट और जाफराबाद इलाके में एक दिल्ली पुलिस सिपाही की हत्या शामिल है। इस गैंग ने वर्ष 2014 से वर्ष 2016 के बीच दिल्ली पुलिस चार पुलिसकॢमयों की हत्या भी कीं। इसके अलावा 2015 में लखनऊ फैजाबाद रोड पर हत्या, बाइक लूट। वर्ष 2015 में लखनऊ गोमती नगर में गनर की हत्या, बाइक-पिस्टल लूट।

कई इनामी पकड़े 

एसएसपी मुनि‍राज का कहना है क‍ि हिस्ट्रीशीटरों व इनामियों की सूची बना ली है। इन्हेंं पकडने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। कई इनामियों को पकड़ा भी जा चुकी है। 50 हजार का इनामी सऊद का भी नाम शामिल है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.