अलीगढ़ में टिकट के लिए दावेदारों के बीच घमासान मचा गए अमित शाह
तालानगरी में हुए बूथ सम्मेलन की सफलता ने भाजपाइयों को जोश से भर दिया। सबसे अधिक स्पर्धा उन नेताओं के बीच बढ़ गई है जो टिकट के लिए लाइन में लगे हुए हैं।
अलीगढ़ (संतोष शर्मा)। तालानगरी में हुए बूथ सम्मेलन की सफलता ने भाजपाइयों को जोश से भर दिया। सबसे अधिक स्पर्धा उन नेताओं के बीच बढ़ गई है जो टिकट के लिए लाइन में लगे हुए हैं। सभी एक ही सपना पाले हुए हैं कि किसी भी तरह टिकट मिल जाए। शाह व मोदी के सहारे नैया पार लग ही जाएगी।
भीड़ ज्यादा होने का किया दावा
सम्मेलन में तीस हजार से अधिक बूथ अध्यक्ष व बूथ प्रभारियों को बुलाने का लक्ष्य रखा गया था। भाजपाइयों का दावा है कि भीड़ उससे ज्यादा रही। सबसे बड़ी बात यह रही कि सम्मेलन में किसी तरह की अव्यवस्था नहीं हुई, न ही कोई विरोध प्रदर्शन। राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत अन्य नेताओं ने जिस तरह ङ्क्षहदुत्व और एएमयू का नाम लेकर अल्पसंख्यक ध्रुवीकरण का कार्ड खेला उससे दावेदार और सक्रिय हो गए हैं।
ये हैं टिकट के दावेदार
अलीगढ़ सीट पर दस से अधिक लोग लाइन में हैं। अभी तक जिन नामों की चर्चा चल रही है, उनमें सांसद सतीश गौतम के अलावा एमएलसी ठा. जयवीर सिंह के पुत्र अभिमन्यु, ठा. श्यौराज सिंह, राजेश भारद्वाज, देवराज सिंह, डॉ. राजीव अग्रवाल, निर्भय जाट, सुनील पांडेय, शेर सिंह आदि हैं। बाहर के कई नेताओं की नजर भी अलीगढ़ सीट पर है। शहर भर में होर्डिंग्स लगने से चर्चाओं में आए ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा का नाम सबसे ऊपर बताया जा रहा है।
कांग्रेस ने हासिल की है सर्वाधिक जीत
वर्ष सांसद पार्टी
1952, श्रीचंद सिंघल, कांग्रेस
1952, नारदेव स्नातक, कांग्रेस
1957, जमाल ख्वाजा, कांग्रेस
1962, बुद्ध प्रिय मौर्य, कांग्रेस
1967,शिव कुमार शास्त्री, भारतीय क्रांति दल
1971, शिव कुमार शास्त्री, भारतीय क्रांति दल
1977, नवाब सिंह चौहान, जनता पार्टी
1980, इंद्रा कुमारी, जनता पार्टी
1984, ऊषा रानी तोमर, कांग्रेस
1989, सत्यपाल मलिक, जनता दल
1991, शीला गौतम, भाजपा
1996, शीला गौतम, भाजपा
1998, शीला गौतम, भाजपा
1999, शीला गौतम, भाजपा
2004, बिजेंद्र सिंह, कांग्रेस
2009, राज कुमारी चौहान, बसपा
2014, सतीश गौतम, भाजपा
जयवीर सिंह और योगी के बीच क्या हुआ मंथन?
बूथ सम्मेलन में शामिल होने आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंच से ज्यादा समय सेफ हाउस में बिताया था। शाह के इंतजार में वह डेढ़ घंटे तक वहां रुके। इसी बीच उन्होंने स्थानीय नेताओं से बात की। ठा. जयवीर सिंह की भी उनसे करीब बीस मिनट गुफ्तगू हुई। ये बातचीत चर्चा का विषय बनी हुई है।
सबको है टिकट मांगने का अधिकार
भाजपा के जिलाध्यक्ष गोपाल सिंह का कहना है कि हर किसी को टिकट मांगने का अधिकार है। पार्टी जिसे टिकट देगी उसे पूरी मजबूती से चुनाव लड़ाया जाएगा।