एएमयू बवाल में शामिल आमिर मिंटो को भेजा जेल, AMU Campus में तनाव, इन घटनाओं में था शामिल Aligarh News
जिला बदर होने के बावजूद शहर में मौजूद रहने पर धारा 10 के तहत पांचवां मुकदमा भी दर्ज किया गया।
अलीगढ़ [जेएनएन]: एएमयू बवाल के मुख्य आरोपित आमिर मिंटो को गुरुवार को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया। आमिर पर पहले से चार मुकदमे थे। जिला बदर होने के बावजूद शहर में मौजूद रहने पर धारा 10 के तहत पांचवां मुकदमा भी दर्ज किया गया। गिरफ्तारी के बाद रात में हुए विरोध को देखते हुए सिविल लाइंस क्षेत्र में पुलिस सतर्क रही।
सीएए के विरोध में था शामिल
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर 15 दिसंबर को एएमयू में बवाल हुआ था। इसमें पुलिस की ओर से दो मुकदमे लिखे गए, जिनमें 78 लोग नामजद और 1300 अज्ञात थे। एसपी सिटी अभिषेक कुमार ने बताया कि एसआइटी की विवेचना में सामने आया कि पूर्व छात्रनेता आमिर मिंटो बवाल का मुख्य साजिशकर्ता था। इसके बाद प्रशासन ने 30 जनवरी को आमिर मिंटो को छह माह के लिए जिला बदर कर दिया था। इसके बावजूद पुरानी चुंगी व बाबे सैयद से बाहर हुए छात्रों के हंगामे में भी आमिर मिंटो मौजूद था। सिविल लाइंस थाने में आमिर के खिलाफ दो और मुकदमे दर्ज किए। बुधवार रात आमिर जेएन मेडिकल कॉलेज में ट्रॉमा सेंटर में किसी को खाना देने पहुंचा था। पुलिस ने गेट के बाहर उसे गिरफ्तार कर लिया। इसके विरोध में छात्रों ने मेडिकल की इमरजेंसी गेट बंद कर दिया। बाद में पुलिस ने गेट खुलवा दिया था।
आमिर पर चार मुकदमे पहले से दर्ज
एएमयू में 2015, 2016, 2017 में हुए हंगामे व बवाल में भी आमिर के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में तीन मुकदमे दर्ज हैं। 10 दिसंबर 2019 को शहर का माहौल खराब करने की कोशिश में बाबे सैयद पर आकर नारेबाजी करने में भी आमिर मिंटो को नामजद किया गया था।
सिविल लाइंस क्षेत्र में चौकसी
पुलिस की ओर से एएमयू सर्किल, पुरानी चुंगी, जमालपुर, मेडिकल कॉलेज में सुरक्षा व्यवस्था चौकस थी। जमालपुर व एएमयू सर्किल पर एसीएम द्वितीय रंजीत सिंह व सीओ तृतीय अनिल समानिया ने मोर्चा संभाला।
एएमयू में जमावड़ा
आमिर की गिरफ्तारी के बाद गुरुवार को छात्र नेता सलमान इम्तियाज, माजिद जैदी, इमरान आदि यूनियन स्कूल पहुंचे, जहां से जरूरतमंदों को खाना बांटने का काम चल रहा है। आमिर के जेल जाने के चलते दिन में खाना नहीं बट सका। छात्र नेता इमरान ने बताया कि आमिर को खाना बांटते हुए गिरफ्तार किया था। वह गेट बंद करने नहीं गया था। जिन लोगों को खाना दिया जाता है वो भी नाराजगी जताने पहुंचे।