रिटर्न भरने में अलीगढ़ जोन आगे, बढ़ गए 54 हजार नए धन कुबेर
अपने शहर के साथ सात जिलों में 54 हजार धन कुबेर बढ़े हैं। रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तिथि 31 मार्च तक यह आंकड़ा 65 हजार तक पहुंचे की उम्मीद है।
अलीगढ़ (जेएनएन)। अपने शहर के साथ सात जिलों में 54 हजार धन कुबेर बढ़े हैं। रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तिथि 31 मार्च तक यह आंकड़ा 65 हजार तक पहुंचे की उम्मीद है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने चेतावनी दी है कि नए धन कुबेरों पर अफसर नजर रखें। इस अंतिम मौके के बाद 10 लाख रुपये से लेकर अधिक बैंकों में लेन देन करने वाले व प्रोपर्टी की खरीद बिक्री वालों पर नजर रखें।
रिटर्न दाखिल करने को प्रेरित किया
आयकर विभाग के अलीगढ़ परिक्षेत्र के एटा, कासगंज, हाथरस, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, कन्नौज व अलीगढ़ के धन कुबेरों के साथ नौकरी पेशवर लोगों को रिटर्न दाखिल करने के लिए प्रेरित किया। पिछले साल सीबीडीटी ने आयकर विभाग को 62 हजार 980 नए आयकर दाता बनाने का लक्ष्य दिया था। 23 मार्च तक 85 फीसद (53 हजार 840) लक्ष्य हासिल कर लिया था।
मेहनत ला रही रंग
रेंज के डिप्टी कमिश्नर व वार्ड के आयकर अधिकारियों का होम वर्क रंग ला रहा है। कार के शोरूम, तहसील के रजिस्ट्री आफिस व आरटीओ के दफ्तर व बैंकों से एकत्रित की जाने वाली सूचनाओं से लोगों पर दबाव बनाया गया। कार के शौकीन व विदेशी यात्रा भी एक सोर्स रही। शहर में 40 करोड़ रुपये से खरीदी गई विदेशी लग्जरी कार भी चर्चा का विषय रही।
ठोस रणनीति से सरकार का भरा खजाना
गाजियाबाद चार्ज को 7486.22 करोड़ रुपये का टारगेट मिला है। जिसमें 5151 करोड़ का टीडीएस व 2835.04 करोड़ का पीसीए है। गाजियाबाद चार्ज में नोएडा, गाजियाबाद, बुलंदशहर, मेरठ, हापुड, बडौत, मुजफ्फरनगर, मैनपुरी, कन्नौज सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 18 जिला शामिल हैं।
जुर्माने के साथ दाखिल हो रहा रिटर्न
जुर्माने के साथ रिटर्न दाखिल करने के लिए चार दिन का अभी समय है। जो लोग पांच लाख रुपये तक टैक्स जमा करने वालों को एक हजार जुर्माना जमा देना होगा। इससे अधिक टैक्स जमा करने वालों को पांच हजार रुपया जुर्माने देना होगा। टैक्स के दायरे से बाहर रिटर्न दाखिल करने वालों को बिना टैक्स के मौका दिया जाएगा।
गड़बड़ी करने वाले रडार पर
प्रधान आयकर आयुक्त आनंद शरण का कहना है कि किसी भी व्यक्ति ने अपनी कमाई छिपाने की कोशिश की, उसे अफसर खोज लेंगे। बेहतर होगा कि वह अपने रिटर्न में अपनी सही कमाई व किसी भी प्रकार के लेन-देन का उल्लेख करें। गड़बड़ी करने वाले रडार पर होंगे।