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अलीगढ़ में रिपेयरिंग की आड़ में खपा रहे थे चोरी के वाहनों के पाट्र्स

रिपेयरिंग की आड़ में चोरी के वाहनों के पाट्र्स खपाने के गोरखधंधे पर देहलीगेट पुलिस की आखिर नजर पड़ ही गई।

By Mukesh ChaturvediEdited By: Published: Tue, 08 Jan 2019 01:37 AM (IST)Updated: Tue, 08 Jan 2019 08:00 AM (IST)
अलीगढ़ में रिपेयरिंग की आड़ में खपा रहे  थे चोरी के वाहनों के पाट्र्स
अलीगढ़ में रिपेयरिंग की आड़ में खपा रहे थे चोरी के वाहनों के पाट्र्स

अलीगढ़ (जेएनएन)।  रिपेयरिंग  की आड़ में चोरी के वाहनों के पाट्र्स खपाने के गोरखधंधे पर देहलीगेट पुलिस की आखिर नजर पड़ ही गई। सोमवार को सराय मियां में छापा मारकर पुलिस ने रिपेयङ्क्षरग की एक दुकान से दो भाइयों को गिरफ्तार कर चोरी के तीन वाहनों के इंजन बरामद किए हैं। कार्रवाई की भनक लगते ही अन्य धंधेबाज दुकानों के शटर गिराकर इधर-उधर हो गए। 

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पुुलिस को मिली सफलता

चोरी के वाहन खपाने का गोरखधंधा शहर के कुछ इलाकों में खूब चल रहा है। इनमें देहलीगेट का सराय मियां और एडीए कॉलोनी क्षेत्र सबसे कुख्यात है। चोरी के वाहन काटकर इनके पाट्र्स बेच दिए जाते हैं। धंधेबाज यही पाट्र्स दूसरे वाहनों में लगा देते हैं। अगस्त में चोरी हुई एक बाइक तलाशते यहां पहुंची सिविल लाइंस पुलिस ने गोरखधंधे से पर्दा उठाया था, तब कबाडिय़ों के चार गोदाम सील हुए थे। इनमें भारी तादाद में दोपहिया वाहन व पाट्र्स भरे मिले। तीन लोग पकड़े भी गए। बाद में गोदाम मालिकों ने खुद को पाक साफ बताकर गोदाम खुलवा लिए थे। इसके बावजूद भी धंधा बंद नहीं हुआ। सीओ प्रथम विशाल पांडेय ने बताया कि सराय मियां से वसीम और इसके भाई भूरा को गिरफ्तार किया है। चोरी के वाहनों के तीन इंजन बरामद हुए हैं। अन्य दुकानदारों पर भी नजर रखी जा रही है।

यह थ मामला
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि इंस्पेक्टर क्वार्सी सुनील कुमार सिंह को मुखबिर से खबर मिली, जिसके बाद शनिवार को फोर्स के साथ उन्होंने अन्नापुरम कॉलोनी में अतुल गुप्ता के मकान पर छापा मारा। मकान को सासनीगेट के महेंद्रनगर हनुमान गली निवासी सर्वेश अग्रवाल पुत्र किशन अग्रवाल ने किराए पर ले रखा था। पुलिस ने आरोपित सर्वेश को गिरफ्तार कर लिया। मकान के एक हिस्से में टीम को बड़ी मात्रा में हेंज, पारस, अमूल, मधुसूदन, कृष्णा आदि विभिन्न नामी -गिरामी कंपनियों के ब्रांडेड देसी घी के एक किलोग्राम व आधा किलोग्राम के पैकिट गत्ते में रखे व तैयार मिले। टीम को यहां से पांच लीटर एसेंस, 14-14 टिन रिफाइंड ऑयल व वनस्पति घी, साढ़े आठ किलोग्राम नकली तैयार देसी घी, 44 टिन खाली, एक गैस चूल्हा, तीन गैस सिलेंडर, एक पैकिंग मशीन, तराजू, रेपर, टेप आदि उपकरण मिले हैं।
 

जिले भर में हो रही थी सप्लाई 
बकौल इंस्पेक्टर क्वार्सी, आरोपित सर्वेश अग्रवाल ने पूछताछ में बताया कि वह साथियों की मदद से नकली देसी घी तैयार कराता था। फिर उसे अच्छे मुनाफे पर फुटकर व छोटे दुकानदारों को बेचता था। उसे प्रत्येक पैकिट पर 20 से 35 रुपये तक का मुनाफा मिल जाता था। उन्होंने बताया कि सर्वेश के फरार अन्य साथियों को जल्द पकड़ा जाएगा।


पहले भी जा चुका है जेल 
सर्वेश अग्रवाल वर्ष 2006 में सासनीगेट इलाके में नकली घी बनाते हुए पकड़ा गया था और तब उसे जेल भी जाना पड़ा था। आरोपित ने बताया कि करीब छह माह से वह नकली देसी बनाकर उसे बेच रहा था। नकली घी की फैक्ट्री को पकडऩे वालों में खाद्य सुरक्षा विभाग के अभिहित अधिकारी सर्वेश मिश्रा, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी अक्षय प्रधान, खाद्य सुरक्षा अधिकारी सैयद इबदुल्लाह, प्रमोद यादव, सुश्री जसप्रीत, एफएसओ राघवेंद्र आदि।

 


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