अलीगढ़ में मुआवजे को लेकर फिर बिफरे मृतक के परिजन
निर्माणाधीन मकान के मलबे से धराशायी हुई दीवार के नीचे दबकर हुई मौत के मामले में मुआवजे की मांग की जा रही है।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : निर्माणाधीन मकान के मलबे से धराशायी हुई दीवार के नीचे दबकर संविदाकर्मी सागर की मौत के प्रकरण में परिजनों की नाराजगी गुरुवार को भी कम नहीं हुई। दरअसल, प्रशासन ने मुआवजा राशि दोपहर तक देने का दावा किया था। मगर, पोस्टमार्टम होने के बाद शाम तक मुआवजा नहीं मिला। परिजनों ने शव नहीं उठाया। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव श्यौराज जीवन भी पहुंच गए और विरोध जताया। फिर आनन-फानन मृतक के परिवार के खाते में चार लाख रुपये जमा कराए गए, तब परिजन पोस्टमार्टम हाउस से शव ले गए। तीन लोगों के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या में मुकदमा दर्ज हुआ है।
गांधीपार्क क्षेत्र में अचलताल स्थित वाल्मीकि बस्ती निवासी संविदा सफाईकर्मी सागर (20) पुत्र संजय बुधवार देरशाम मुहल्ले के ही चंदन (12) पुत्र मुकेश के साथ गली के सामने कुछ सामान लेकर घर लौट रहा था। एचबी इंटर कॉलेज के सामने गली से गुजरते समय खाली प्लॉट में खड़ी दीवार इनके ऊपर जा गिरी। जेसीबी मंगाकर मलवा हटाया गया। सागर की मौत हो चुकी थी, चंदन घायल हो गया। हादसे के विरोध में परिजनों ने देररात तक जाम-प्रदर्शन किया। मौके पर पहुंचे एडीएम वित्त उदयसिंह ने पांच लाख रुपये का चेक गुरुवार दोपहर देने को कहा और पांच लाख रुपये और दिलाने का भरोसा दिलाया था। तब जाकर परिजन शांत हुए। वहीं, गांधीपार्क पुलिस ने तहरीर के आधार पर इलाके के ही हरीश चौधरी, मनोज और बबलू के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या में मुकदमा दर्ज कर लिया। एडीएम वित्त ने बताया कि मृतक के परिवार के खाते में चार लाख रुपये जमा करा दिए गए हैं।