अलीगढ़ में तंगी की बेडिय़ां तोड़ चढ़ीं सफलता की सीढिय़ां
मजबूत हौसले से आर्थिक तंगी की बेडिय़ों को तोड़कर सफलता की सीढिय़ां चढऩे का हुनर हर खिलाड़ी को आकाश कुमार से सीखना चाहिए।
अलीगढ़ (गौरव दुबे)। मजबूत हौसले से आर्थिक तंगी की बेडिय़ों को तोड़कर सफलता की सीढिय़ां चढऩे का हुनर हर खिलाड़ी को आकाश कुमार से सीखना चाहिए। आकाश के पिता रौदास सिंह टप्पल ब्लॉक के बसेरा गांव में दूसरों की जमीन पर बटाई पर खेती करते हैं।
जयपुर में हुनर दिखाएंगे
किसान का बेटा अब खो-खो फेडरेशन की ओर से कराई जाने वाली नेशनल खो-खो चैंपियनशिप में खेलेगा। यूपी की सीनियर खो-खो टीम में अपना चयन कराकर आकाश ने मिसाल पेश की है। अब तक 18 वर्षीय यह खिलाड़ी 11 स्टेट चैंपियनशिप के साथ नौ नेशनल व एक इंटर यूनिवर्सिटी खो-खो चैंपियनशिप खेल चुका है। अब 24 से 28 मार्च तक जयपुर में होने वाली नेशनल खो-खो चैंपियनशिप में ये अपना हुनर दिखाएंगे। इसमें बेहतर प्रदर्शन के आधार पर इनका चयन दिसंबर 2019 में होने वाली प्रो खो-खो लीग के लिए भी हो सकता है। आकाश ने बताया कि इंडिया की खो-खो टीम में खेलना उनका सपना है।
उधार लेकर जाते दूसरे राज्य
आकाश बताते हैं कि घर पर पैसे न होने से स्टेट चैंपियनशिप के लिए दूसरे राज्यों में जाना मुश्किल होता है। आस-पड़ोस व संबंधियों से 1000 से 1500 रुपये लेकर वो प्रतियोगिता में खेलने जाते हैं। बाद में पापा पैसे वापस कर देते हैं। यूपी एथलेटिक्स संघ के संयुक्त सचिव शमशाद निसार आजमी ने काफी मदद की है।
मां ने उठाया जिम्मा
मां मुकेश देवी भी पति के साथ खेती में हाथ बंटाती हैं। दो बेटे व एक बेटी की शिक्षा व आकाश के खेल के लिए रुपये जुटाने को उन्होंने भी जिम्मा उठा लिया। जमापूंजी इकट्ठा कर भैंस खरीदी। खुद दुहाई करके दूध बेचा। बचत करके एक भैंस व एक गाय और घर लाए। इससे मिली राशि को बेटे की डाइट व आने-जाने के किराये पर लगाती हैं। आकाश व उसका भाई बीए व बेटी 12वीं की पढ़ाई कर रहे हैं।
अहम बातें
- नेशनल खो-खो चैंपियनशिप में खेलेगा माटी का लाल आकाश
- पिता करते बंटाई पर खेती, बेटा खो-खो यूपी सीनियर टीम में चयनित
- 11 स्टेट चैंपियनशिप खेलीं
- 09 स्कूल व ओपन नेशनल चैंपियनशिप भी खेलीं
- 01 इंटर यूनिवर्सिटी भी
- 24-28 मार्च तक जयपुर में चैंपियनशिप
ये है मेहनत का फल
जिला खो-खो संघ के सचिव वली उज्जमा खान का कहना है कि ये आकाश की मेहनत का फल है। यूपी टीम में चयनित होकर उसने दूसरे खिलाडिय़ों के लिए मिसाल पेश की है।