अलीगढ़ पुलिस ने गोरखधंधा करने वाले पाकिस्तान से जुड़े दो भाई दबोचे
अलीगढ़ : हार्डवेयर डिवाइस से चोरी के मोबाइलों का हुलिया बदल कर गोरखधंधा कर रहे दो
अलीगढ़ : हार्डवेयर डिवाइस से चोरी के मोबाइलों का हुलिया बदल कर गोरखधंधा कर रहे दो सगे भाइयों को गांधीपार्क पुलिस ने धर दबोचा। इनके पास से 55 मोबाइल, पांच डिवाइस, हार्ड डिस्क, डाटा केबिल आदि सामान बरामद हुआ है। डिवाइस की मदद से ये लोग पैटर्न लॉक, आइएमइआइ नंबर बदल कर चोरी के मोबाइल नए बताकर अपनी दुकान से बेचते थे। अब तक 600 से अधिक मोबाइल बेच चुके हैं। खास बात यह है कि इन दोनों भाईयों के परिजनों का पाकिस्तान से गहरा रिश्ता रहा है।
इस गोरखधंधे का पर्दाफाश करते हुए एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि मोबाइल चोरी, झपटमारी की घटनाओं को लेकर पुलिस अभियान चलाए हुए है। सीओ द्वितीय पंकज श्रीवास्तव के नेतृत्व में गठित टीम काफी समय से इस पर काम कर रही थी। मंगलवार सुबह 10 बजे मामू भांजा मार्केट में 'सतनाम टेलीकॉम' दुकान पर छापा मारकर सतनाम और इसके बड़े भाई मनमोहन सिंह निवासी नई बस्ती किशोरपुरी सिंधी निकट गुरुद्वारा बन्नादेवी को गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी ने बताया कि ये लोग चोरी, झपटमारी के मोबाइल कम कीमत में खरीद कर पूरा हुलिया बदल देते थे। जब ये लोग मोबाइल बेचते थे तो उसे बताते थे कि यह मोबाइल बिल्कुल नया है। छोटे मोबाइल का लॉक तोड़ने के 300 व बड़े मोबाइल के 500 रुपये लेते थे। पेटीएम से भी पेमेंट होता था। इंस्पेक्टर गांधीपार्क रविंद्र सिंह ने साक्ष्य जुटाने के लिए इनके पास ग्राहक भी भेजे थे। सतनाम को एक आंख से दिखाई नहीं देता, दूसरी आंख से धुंधला नजर आता है।
ये डिवाइस मिली
यूएमटी : (अल्टीमेट मल्टीपरपज टूल) ये डिवाइस डोंगल की तरह दिखता है, जिससे मोबाइल का लॉक और पैटर्न लॉक को तोड़ा जाता है।
ऑक्टो प्लस : इस डिवाइस से मोबाइल की सेटिंग रीस्टोर की जाती है, ताकि मोबाइल एक दम नया लगे।
सीएम- टू : इस डिवाइस से मोबाइल का आइएमइआइ नंबर ब्रेक किया जाता है, इसकी कीमत बीस हजार रुपये है।
जेड थ्री एक्स : ये डिवाइस सिर्फ सैमसंग कंपनी के मोबाइल का पैटर्न लॉक तोड़ने के काम में आती है। ये आठ हजार रुपये में मिलती है।
मिराकल : ये डिवाइस चाइनीज मोबाइल के लॉक तोड़ने व सेटिंग बदलने में प्रयोग होती है, इसकी कीमत भी करीब बीस हजार है।
गफ्फार मार्केट में गोरखधंधा: सीओ द्वितीय ने बताया कि इस तरह के डिवाइस दिल्ली के गफ्फार मार्केट में आसानी से उपलब्ध हैं। दोनों भाइयों ने वहीं से डिवाइस खरीदी थीं। यू-ट्यूब से सीखा
12वीं फेल दोनों भाइयों ने मोबाइल का आइएमइआइ नंबर बदलना यू ट्यूब पर सीखा। इनके पास मिले लैपटॉप में यू ट्यूब से अपलोड किए वीडियो मिले हैं।
पाकिस्तान से आया था परिवार : दोनों भाई मूलत: पाकिस्तान के लाहौर जिले के हैं। वर्षो पूर्व इनके दादा भारत आए थे और यहीं बस गए। ये परिवार पंजाब, दिल्ली आदि राज्यों में रहा। पिछले 20 साल से यहां नई बस्ती में रह रहा है।