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22 साल पहले बालिका की हत्या के मामले में अलीगढ़ पुलिस ने फरीदाबाद से तीन आरोपित पकड़े

अनलॉक1 शुरू होने के साथ ही अलीगढ़ पुलिस बेहद सक्रिय हो गई है। तीन दिन के अंदर 22 लाख की कैश वैन लूट का पर्दाफाश करने के बाद गुरुवार को एक और बड़े मामले का खुलासा कर दिया।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Thu, 04 Jun 2020 05:24 PM (IST)Updated: Fri, 05 Jun 2020 08:10 AM (IST)
22 साल पहले बालिका की हत्या के मामले में अलीगढ़ पुलिस ने फरीदाबाद से तीन आरोपित पकड़े
22 साल पहले बालिका की हत्या के मामले में अलीगढ़ पुलिस ने फरीदाबाद से तीन आरोपित पकड़े

अलीगढ़ [जेएनएन]। अनलॉक1 शुरू होने के साथ ही अलीगढ़ पुलिस बेहद सक्रिय हो गई है। तीन दिन के अंदर 22 लाख की कैश वैन लूट का पर्दाफाश करने के बाद गुरुवार को एक और बड़े मामले का खुलासा कर दिया। ब्लॉक टप्पल के गांव मानपुर में 22 साल पहले पांच साल की बच्ची के अपहरण कर हत्या के मामले में पुलिस ने तीन लोगों को फरीदाबाद से पकड़ा है। तीनों पर इनाम घोषित था। आरोपितों की निशानदेही पर बच्ची की हड्डियां की गई हैं। तीनों ने बच्ची को गला घोंटकर मार दिया था और शव को कुएं में डाला था। विवाद जमीन को लेकर था।

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ऐसे पकड़े आरोपी

टप्पल के एसओ आशीष कुमार के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने वांछित आरोपित राजपाल पुत्र दीपचंद, मलुआ उर्फ तेजवीर पुत्र राजपाल निवासी मानपुर थाना टप्पल व हरिद्वारी पत्नी राजपाल निवासी मानपुर थाना टप्पल  जिला अलीगढ़ वर्तमान पता सावित्री पत्नी नरेंद्र निवासी आदर्श नगर हरी विहार कॉलोनी बल्लभगढ़ थाना सदर बल्लभगढ़ जिला फरीदाबाद हरियाणा को टप्पल क्षेत्र के हामिदपुर तिराहा से गिरफ्तार किया।

गांव छोड़कर चले गए थे आरोपी

 कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपितों ने बताया कि हम लोग सन 1992 में गांव छोड़कर हरियाणा के फरीदाबाद में जाकर किराए पर रहने लगे थे। अभियुक्त राजपाल द्वारा यह भी बताया गया कि उसके पिताजी दीपचंद की दो शादी हुई थीं। पहली मां से राजपाल व चंद्रपाल थे  एवं दूसरी मा से रवि कुमार महीपाल व योगेंद्र का जन्म हुआ। उसके पिताजी ने कुछ जमीन का हिस्सा रवि कुमार महीपाल व योगेंद्र को वसीयत कर दी थी। जिस कारण हम तीनों व उसके भाई चंद्रपाल व उसकी भाभी कृपाली पत्नी चंद्रपाल ने आपस में सुनियोजित योजना के तहत 22 वर्ष पहले ग्राम मानपुर आकर अपने सौतेले भाई रवि कुमार की पांच वर्षीय लड़के अशोक का अपहरण कर लिया। इसको हम पांचों ने गला घोट कर उसको मारकर ग्राम बाजोता मैं श्मशान घाट के पास झाडिय़ों के बीच बने कुएं में फेंक दिया था। हरियाणा में आज तक इधर उधर छिपते रहे। उसकी भाभी कृपाली 18 वर्ष पहले जेल चली गई थी और उसके जेल जाने के बाद भाई चंद्रपाल की कुछ दिन बाद मृत्यु हो गई थी। गिरफ्तार अभियुक्त गणों ने जिस स्थान पर अशोक को गला घोटकर मारकर कुएं में डाला था उसी स्थान से मृतक अशोक की शव की हड्डियां बरामद कराईं।


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