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Aligarh News: विकास से अछूते शहर से सटे गांव, नगर निगम में शामिल 19 गांवों में आज भी नहीं हैं मूलभूत सुविधाएं, अब 16 गांव और

Aligarh News नगर निगम की सीमा का जिस तेजी से विस्तार किया गया उस तेजी से वहां विकास कार्य नहीं हो रहे है। विस्तारित सीमा में 19 गांव आज भी मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं। सड़क सफाई पेयजल पथ प्रकाश जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हैं।

By Mohammad Aqib KhanEdited By: Published: Fri, 16 Sep 2022 10:03 PM (IST)Updated: Fri, 16 Sep 2022 10:03 PM (IST)
Aligarh News: विकास से अछूते शहर से सटे गांव, नगर निगम में शामिल 19 गांवों में आज भी नहीं हैं मूलभूत सुविधाएं, अब 16 गांव और
Aligarh News: विकास से अछूते शहर से सटे गांव : जागरण

अलीगढ़, जागरण संवाददाता: नगर निगम की सीमा का जिस तेजी से विस्तार किया गया, उस तेजी से वहां विकास कार्य नहीं हो रहे है। विस्तारित सीमा में 19 गांव आज भी मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं। सड़क, सफाई, पेयजल, पथ प्रकाश जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हैं। कुछ क्षेत्रों में निर्माण कार्य हुए हैं, लेकिन वे मानकों पर खरे नहीं उतर रहे। इन परिस्थितियों में 16 और गांव नगर निगम सीमा में शामिल करना किसी के गले नहीं उतर रहा है। विपक्षी दल, प्रधान तो विरोध कर ही रहे हैं, मेयर ने भी आपत्ति जताई है।

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2017 में नगर निगम सीमा में 19 गांवों शामिल किए गए थे। ग्रामीणों को लगा कि अब शहर जैसी सुविधाएं मिलेंगी। लेकिन, उम्मीदें टूटती चली गईं। इन क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने व विकास कार्यों की जिम्मेदारी नगर निगम की थी। विकास बजट से ही होगा। नगर निगम ने अपनी मजबूरियां गिनानी शुरू कर दीं। तब ग्राम पंचायतों के खाते बंद होने के बाद बजट वापस हो गया।

बजट कम होने से नहीं हुआ विकास

निगम को ग्राम पंचायतों से कुछ नहीं मिला। निगम का अपना बजट इतना कम था कि नए क्षेत्रों का विकास कराने में अधिकारी हिम्मत न जुटा सके। दो-तीन साल ऐसे ही बीत गए। निगम ने इन क्षेत्रों को संपत्ति कर के दायरे में लाना शुरू कर दिया। शासन ने संपत्ति कर न लगाने के आदेश जारी कर दिए। कहा कि पहले नए क्षेत्रों का विकास कराया जाए। व्यावसायिक भवनों पर संपत्ति कर लगा कर वसूला जा रहा है।, रामघाट रोड स्थित चौधरी विहार कालोनी की हालत दयनीय है। एलमपुर, मेलरोज बाईपास से सटे क्षेत्रों में सड़क, नाली निर्माण में खामियां बरती गई हैं।

स्ट्रीट लाइट तक नहीं

शहरी क्षेत्र में एलईडी (स्ट्रीट लाइट) लगाने का ठेका ईईएसएल कंपनी पर है। विस्तारित क्षेत्रों में स्ट्रीट लाइट लगाई जानी हैं। मांग भी हो रही है। एलईडी का नया टेंडर नहीं हुआ। कुछ क्षेत्रों में बची हुई एलईडी लगा दी गई हैं। गांव धौर्रा, सराय हरनारायण, धनीपुर, एलमपुर, मंजूरगढ़ी आदि गांव भी सुविधाओं से अछूते हैं। धनीपुर में ओवरहेड टैंक निर्माण कराया गया, पाइप लाइन बिछा दी। जलापूर्ति नहीं हो सकी है।

पानी में ही चिन दी ईंटें

बन्नादेवी क्षेत्र के नगला मौलवी में सड़क व नाली निर्माण में अनदेखी हो रही है। पानी में ही ईंटें चिन दी गईं। भ्रष्टाचार विरोधी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशवदेव ने डीएम से शिकायत कर निर्माण कार्यों की जांच कराने की मांग की है। केशवदेव ने बताया कि नाली रोके बिना ही ईंटें लगाई जा रही हैं। घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। आरसीसी सड़क में सरिया तक नहीं लगाई है। संबंधित विभाग के विरुद्ध कार्रवाई होनी चाहिए।

ये गांव अब शामिल किए

देवसैनी, तालसपुर कलां, सुखरावली, सिंधौली, अलीनगर, भदेसी माफी, नगला पानखानी, पड़ियावली, रुस्तमपुर सकत खां, हाजीपुर चौहट्टा, बढ़ौली फतेह खां, दयानतपुर रसीला, भकरौला, दौलारा, निरपाल, खेड़िया ख्वाजा, आसना अजीतपुर।

पूर्व में शामिल गांव

क्वार्सी, देहात क्षेत्र कस्बा कोल, नगला मानसिंह गंभीरपुरा देहात, हाजीपुर चौहट्टा, एलमपुर, सारसौल, बरौला जाफराबाद, जलालपुर गढ़िया, अलापुर गढ़िया, रोरावर, असदपुर कयाम, धनीपुर, महेशपुर, मंजूरगढ़ी, रामगढ़ पंजीपुर, धौर्रामाफी गांव।

नगर निगम सीमा में शामिल होने का कोई लाभ कालोनी को नहीं मिला है। सड़कें बदहाल पड़ी हैं, नालियां तक नहीं बनाई गईं। -राजेश देवी, चौधरी विहार

सड़क, सफाई, पेयजल जैसी सुविधाएं तो देनी चाहिए। नगर निगम ये भी नहीं कर पा रहा है। शामिल होने से क्या लाभ हुआ। -अशोक कुमार, पीएसी

बरसात के दिनों में तो बुरे हालात हो जाते हैं। सड़क न बनने से घरों के आगे पानी भरता है। सफाई कर्मचारी नहीं आते हैं। -कांती देवी, चौधरी विहार

कूड़ा उठाने नगर निगम के वाहन नहीं आते हैं। दूसरे क्षेत्रों में ही आते हैं। नालियां साफ करने के लिए कर्मचारी नहीं लगाए गए। -विजेंद्र सिंह, रामघाट रोड

नगर निगम की विस्तारित सीमा में निर्माण कार्य हो रहे हैं। प्रस्तावित सड़कों का निर्माण कराया जा रहा है। 30 करोड़ रुपये निर्माण कार्यों पर खर्च किए जा चुके हैं। -अशोक भाटी, अधिशासी अभियंता निर्माण विभाग, नगर निगम

नगर निगम अपने वार्डों में ही विकास कार्य नहीं करा पा रहा है। विस्तारित सीमा में क्या कराएगा। 16 गांवों और शामिल कर लिए गए हैं। ये भी निगम सीमा में काफी दूर हैं। -मोहम्मद फुरकान, मेयर

मेयर से मिले ग्राम प्रधान

नगर निगम सीमा में जिन 16 गांवों को शामिल किया गया है, उनके प्रधान गुरुवार को मेयर मोहम्मद फुरकान से मिले। प्रधानों ने नई व्यवस्था का विरोध करते हुए कहा कि ये गांव नगर निगम सीमा से काफी दूर हैं। नगर निगम में शामिल होने के बाद इनका विकास नहीं हो पाएगा। मेयर ने बताया कि इस संबंध में मुख्यमंत्री व नगर विकास मंत्री को पत्र लिख चुके हैं। ग्राम प्रधानों में सचिन कुमार गांव दुलारा निरपाल, उपेंद्र सिंह गांव भदेसी, जितेंद्र तोमर गांव हाजीपुर चौहट्टा, रमेश चंद्र बघेल गांव तालसपुर, सत्येंद्र कुमार गांव सिंधौली, अंजू बघेल गांव तालसपुर, पदम सिंह गांव अलीनगर, राजकरण बीडीसी बढ़ौली फतेहखा, खचेरमल सिंह बढ़ौली फतेहखा, पवन कुमार अलीनगर आदि थे


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