Aligarh News: कोरोना की आशंका पर विद्यालयों को नियमों का पालन कराने की नसीहत
Advice Schools to follow COVID Protocols स्कूल-कालेजों में कोविड-19 के सुरक्षा मानकों के पालन न किए जाने की रिपोर्ट अफसरों के पास पहुंची है। इस पर सभी बोर्ड के स्कूल-कालेजों को नोटिस जारी किया गया है कि विद्यालयों में कोरोना वायरस से सुरक्षा के सभी उपायों को अपनाया जाए।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता: Advice Schools to follow COVID Protocols शिक्षा क्षेत्र में पढ़ाई हो या प्रतियोगी परीक्षाएं, हर कहीं सुरक्षात्मक रवैया अपनाते हुए संचालन कराया जा रहा है। जिले में पिछले दिनों कोरोना संक्रमण के कुछ केस निकलने के बाद से सतर्कता बरतनी जरूरी भी हो गई है।
रविवार को हुई एनडीए व सीडीएस की परीक्षा हो या इससे पहले आइएएस की परीक्षा हो, इन प्रतियोगी परीक्षाओं में परीक्षार्थियों को कोविड-19 नियम का पालन सख्ती से कराया गया था। नियमों के पालन के प्रशासन की ओर से सख्त निर्देश भी जारी किए गए थे।
इसलिए अब माध्यमिक शिक्षा के क्षेत्र में अधिकारियों ने पुराने नियम-कायदों के साथ ही विद्यालय के संचालन की नसीहत प्रधानाचार्यों को दी है।
कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के चलते विद्यालयों को बंद करना पड़ा था। पढ़ाई भी बिल्कुल ठप हो गई थी। अब कोरोना संक्रमण की रफ्तार पर ब्रेक भी लग रहा है। मगर फिर भी विद्यालयों में शिक्षण कार्य के दौरान अफसरों की निगाहें नियम पालन पर ज्यादा होगी।
यूपी बोर्ड, सीबीएसई, आइसीएसई से संबद्ध स्कूल-कालेजों में कोविड-19 के सुरक्षा मानकों के पालन न किए जाने की रिपोर्ट अफसरों के पास पहुंची हैं। इस पर सभी बोर्ड के स्कूल-कालेजों को नोटिस जारी किया गया है।
प्रभारी डीआइओएस सुभाष गौतम ने बताया कि निरीक्षण टीमों ने कई स्कूल-कालेजों का गोपनीय ढंग से निरीक्षण किया था। जिसकी रिपोर्ट में तथ्य सामने आया था कि ज्यादातर जगहों पर कोविड-19 संक्रमण से बचने के सुरक्षा मानकों को ताक पर रख स्कूल संचालित किया जा रहा था।
इस संबंध में सभी संस्थानों के प्रधानाचार्यों व प्रबंधकों को नोटिस जारी किया गया था कि विद्यालयों में कोरोना वायरस से सुरक्षा के सभी उपायों को अपनाया जाए। अगर वे इन उपायों का पालन नहीं करा पा रहे हैं तो उनको विद्यालय संचालित करने की अनुमति नहीं होगी। अब एक बार फिर से शारीरिक दूरी के नियमों के पालन कराने की नसीहत दी गई है।
कहा कि विद्यार्थियों की सुरक्षा से किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बताया कि चार-चार सदस्यीय टीमों का गठन किया गया है। ये टीमें विद्यालयों में जाकर कोरोना गाइडलाइंस के पालन की सच्चाई को देखेंगे। अगर किसी विद्यालय में नियमों का पालन न किया जाता पाया गया तो उसको तत्काल बंद कराने की कार्रवाई की जाएगी।
ये इसलिए जरूरी है कि इस समय वायरल इंफेक्शन, डेंगू व मलेरिया जैसी बीमारियां भी फैल रही हैं। विद्यार्थियों में दूरी रहेगी तो संक्रमण एक-दूसरे में फैलने की आशंका भी कम होगी। लापरवाही करने वालों के खिलाफ मान्यता प्रत्याहरण की संस्तुति कर रिपोर्ट संबंधित बोर्ड को भेजी जाएगी।