जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : अलीगढ़ विकास प्राधिकरण (एडीए) की सबसे फेल योजनाओं में शामिल स्वर्ण जयंती नगर विस्तार में करोड़ों के कीमत से बने फ्लैट नीलामी के इंतजार में खंडहर हो रहे हैं। विकास प्राधिकरण की ओर से अलोकप्रिय घोषित होने के बाद सस्ती कीमत में भी लोग इन्हें खरीदने को तैयार नहीं हैं। पिछले दिनों लगी बोली में एक ग्राहक तक इन आवासों के लिए नहीं आया। बता दें, अधिकतर आवासों के जंगले व गेट चोरी हो चुके हैं। दीवारें व छत भी जर्जर हो गईं हैं। परिसर में पेड़, झाड़ियां व घास उग आई हैं। अब विकास प्राधिकरण इन जर्जर आवासों के नवीनीकरण की तैयारी कर रहा है। इसके बाद नए सिरे से बिक्री की जाएगी।
2006 में हुई थी लांचिंग
एडीए ने 2006 में स्वर्ण जयंती नगर विस्तार योजना लांच की थी। इसके तहत यहां पर 145 प्लाट व 200 के करीब आवास बनाए गए। इनमें एचआइजी (हायर इनकम ग्रुप), एमआइजी (मीडियम इनकम ग्रुप) व एलआइजी (लोअर इनकम ग्रुप) आवास शामिल थे। निर्माण पूरा होने के बाद प्राधिकरण ने इनकी बिक्री शुरू की, लेकिन कुछ सालों बाद ही इस पर जमीनी विवाद शुरू हो गया है। तब से अब तक यह आवास ऐसे ही खाली पड़े हैं। कोई भी इन्हें खरीदने वाला नहीं हैं। एडीए की ओर से इसके लिए कई बार विज्ञापन भी निकाले गए, फिर भी आवास खरीदने के लिए कोई नहीं आया। इसके बाद प्राधिकरण ने सस्ती कीमत में बिक्री करने का निर्णय लिया।
अलोकप्रिय घोषित हुए आवास
नियमों के तहत प्राधिकरण ऐसे ही किसी संपत्ति की कीमत कम नहीं कर सकता था। अफसरों ने पहले इन संपत्तियों को अलोकप्रिय घोषित करने का निर्णय लिया। मंडलायुक्त की अध्यक्षता में बोर्ड ने इस प्रस्ताव पर मुहर लगाई। इसके बाद संपत्तियों की कीमत 20 से 30 प्रतिशत तक कमी की गई।
नहीं आए खरीदार
इस निर्णय के बाद अफसरों को उम्मीद थी कि सस्ते दाम होने से अब खरीदार मिल जाएंगे। ऐसे में पिछले दिनों प्राधिकरण की ओर से स्वर्ण जयंती नगर के खाली पड़े 200 से अधिक आवासों के साथ ही शहर की अन्य कई संपत्तयों के लिए नीलामी लगाई। शहर की अन्य संपत्तियों की तो बिक्री हो गई, लेकिन स्वर्ण जयंती नगर विस्तार के लिए कोई बोली लगाने नहीं आया। अब प्राधिकरण के अफसर नए सिरे से बिक्री करने की तैयारी कर रहे हैं। जल्द ही आवासों के नवीनीकरण का आदेश हो सकता है।
वहीं, अलीगढ़ विकास प्राधिकरण के प्रभारी सचिव अंजुम बी का कहना है कि पिछले दिनों सस्ती कीमत में खाली पड़े आवासों की नीलामी कराई गई थी, लेकिन कोई भी खरीदार नहीं आया। भवनों के जर्जर होने के चलते लोग इन्हें पसंद नहीं कर रहे हैं। ऐसे में जल्द ही इन आवासों का नवीनीकरण कराया जाएगा। इसके बाद नए सिरे से नीलमाी होगी।