Aligarh Crime News: संपत्ति के लालच में दामाद ने तीन दोस्तों संग मिलकर की थी दान सिंह की हत्या, ऐसे खुला राज
अलीगढ़ जिले में हुई दिव्यांग दान सिंह की हत्या का पर्दाफाश हो गया है। पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि थाना महुआखेड़ा के मूसेपुर निवासी दिव्यांग दान सिंह की हत्या उसकी पत्नी व दामाद ने मृतक की जमीन पाने के लालच में की थी।
संवाद सूत्र, हरदुआगंज (अलीगढ़) : कुछ दिन पहले अलीगढ़ जिले में हुई दिव्यांग दान सिंह की हत्या का पर्दाफाश हो गया है। पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि थाना महुआखेड़ा के मूसेपुर निवासी दिव्यांग दान सिंह की हत्या उसकी पत्नी व दामाद ने मृतक की जमीन पाने के लालच में की थी। हत्या करने में चार दोस्तों को शामिल किया था। तीन दोस्त हत्या की वारदात में साथ थे। पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर हत्या का राजफाश करते हुए जेल भेजा है।
बता दें कि 31 जनवरी को मूसेपुर जलाल निवासी दान सिंह 55 वर्ष का शव हरदुआगंज के गांव लुहारा के निकट नहर की पटरी पर पड़ा मिला था। उनकी गला घोंटकर हत्या की गई थी। बोलेरो कार से आए हत्यारे शव को यहां फेंककर भाग गए थे। एसएचओ बृजपाल सिंह ने बताया कि दान सिंह की पत्नी राधा व दामाद मोहन पुत्र प्रेमपाल निवासी बडौली थाना अतरौली को घटना की सूचना दी थी। जो मौत की खबर पाकर भी थाने नहीं आए। पुलिस दान सिंह के घर पहुंची तो उसकी पत्नी राधा बच्चों संग सोती हुई मिली। जिससे हत्या का शक स्वजनों पर ही गहरा गया। मामले में मृतक के भाई हरिपाल सिंह ने अज्ञात के विरूद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था।
संपत्ति पाने को सास व दामाद ने रचि साजिश
पुलिस के मुताबिक पांच बेटी व एक बेटे के पिता दान सिंह के नाम मूसेपुर जलाल में पैतृक जमीन होने के साथ उन्हें 40 बीघा जमीन ननिहाल में मिली हुई थी। उन्होंने 2022 में बड़ी बेटी का विवाह मोहन पुत्र प्रेमपाल निवासी बडौली थाना अतरौली के साथ करने के बाद 25 लाख की जमीन बेची थी। जिससे वह दो बेटियों को शादी करना चाह रहा था। घर में सिर्फ जरूरी खर्च के पैसे देने के चलते पत्नी राधा के साथ उसकी अनबन रहती थी, वहीं दामाद ललित की नजर भी दान सिंह की जमीन पर थी। जिससे राधा व मोहन ने मिलकर दान सिंह को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया।
दुष्यंत ने बनाया हत्या का प्लान
पुलिस के मुताबिक चंडौस क्षेत्र के गांव अमृतपुर निवासी दुष्यंत पुत्र हरद्वारी सिंह की मोहन से दोस्ती थी, जो अतरौली में टेंकर चलाता था। ललित की साली को बहन के वहां अतरौली आने के दौरान दुष्यंत की उससे मुलाकात हो गई थी। जिससे दुष्यंत उससे शादी करना चाहता था। मोहन ने साली से शादी कराने का वादा कर दुष्यंत व उसके तीन साथी राहुल व केपी उर्फ कुंवरपाल पुत्र नंदलाल निवासी सरायवली अतरौली व राजेश पुत्र यशपाल निवासी बहरावत अतरौली को हत्या में शामिल कर लिया। हत्या कहां व कैसे करनी है इसका प्लान दुष्यंत ने बनाया जो उस दिन मोहन, राहुल, केपी व राजेश के साथ कार से अलीगढ़ आया जहां से वह खुर्जा के लिए चला गया।
दानसिंह को घर बुलाकर ले गया था मोहन
31 जनवरी को दोपहर के वक्त ससुराल पहुंचा दामाद मोहन दानसिंह को अतरौली लड़का दिखाने की कहकर घर से बुला लाया था। गांव के बाहर खड़ी कार में बैठाकर अतरौली जाने के दौरान चलती कार में दानसिंह की गला दबाकर हत्या कर शव को हरदुआगंज क्षेत्र में फेंककर भाग गए। हत्या के दिन राधा व ललित फोन से लगातार संपर्क में थे। दोस्तों के साथ अतरौली जाने के बाद पुलिस को पहुंचने से पहले मोहन फरार हो गया था। वहीं, घटना को लेकर देहात एसपी पलाश मित्तल का कहना है कि अभियुक्त राहुल व दुष्यंत को साधू-आश्रम चौराहे से गिरफ्तार कर रविवार को जेल भेजा है। फरार आरोपितों की तलाश में पुलिस टीम जुटी है। दोषी बख्शे नहीं जाएंगे।