Aligarh Coronavirus News Update: मात्र एक मिला कोरोना संक्रमित, अब तक 85 सक्रिय मरीज
फोकस सैंपलिंग शुरू होते ही स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन परेशान हो उठा मगर बीते दो दिन राहत भरे रहे। शुक्रवार को एक ही मरीज पाया गया। सक्रिय मरीजों की संख्या 85 हो गई है। अब 11 हजार 402 स्वस्थ व 11 हजार 544 संक्रमित पाए जा चुके हैं।
अलीगढ़, जेएनएन। पिछले दिनों फोकस सैंपलिंग शुरू होते ही स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन परेशान हो उठा, मगर बीते दो दिन राहत भरे रहे। शुक्रवार को एक ही मरीज पाया गया। सक्रिय मरीजों की संख्या 885 हो गई है। अब 11 हजार 402 स्वस्थ व 11 हजार 544 संक्रमित पाए जा चुके हैं। हालांकि, संक्रमण दर बढ़ने से टीकाकरण दर ने गति पकड़ ली।
टीकाकरण कराने को लोग बेचैन
लोग डर से ही सही टीके लगवाने के लिए बेचैन दिखे। 8891 में से 6480 बीमार व बुजुर्गों ने टीके लगवाए। इनमें 6015 लोगों ने पहली डोज व 465 ने दूसरी डोज लगवाई। कुल 26 केंद्रों के 61 बूथों पर टीकाकरण हुआ था। पूर्व मंत्री व एमएलसी ठा. जयवीर सिंह ने भी टीका लगवाया। उन्होंने कहा कि यह टीका पूर्णतः सुरक्षित है। कोरोना से बचाव टीके के जरिए ही संभव है। इसलिए सभी लोग टीका लगवाएं। युवा व्यापारी को टीका लगने पर सवाल शासन की गाइडलाइन के अनुसार तीसरे चरण में 45 साल या उससे अधिक आयु के गंभीर बीमार और 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों को ही टीका लगाया जा रहा है, मगर शुक्रवार को इंटरनेट मीडिया पर शहर के एक युवा व्यापारी द्वारा अपना टीकाकरण का अपना फोटो डाउनलोड किए जाने पर विभाग में खलबली मच गई। युवा व्यापारी से संपर्क नहीं हो पाया। वहीं, टीमों ने अपने कई केंद्र खगाले। अंत में यही नतीजा निकला कि युवा व्यापारी ने किसी निजी हास्पिटल में टीका लगवाया है, जिनकी संख्या शहर में 13 है। सीएमओ डा. बीपीएस कल्याणी ने बताया कि मामले की जांच शुरू करा दी है।
प्रबंधन में खलबली
निजी हास्पिटलों को टीके देने से पूर्व ही गाइडलाइन लिखित में दी गईं हैं, यदि किसी ने उल्लंघन किया है तो कार्रवाई होगी। शनिवार को इसकी पुनः जानकारी ली जाएगी। पाजिटिव रिपोर्ट या निगेटिव दीनदयाल अस्पताल में बुधवार को एंटीजन किट से जांच के दौरान 39 मामले सामने आए थे। इससे प्रबंधन में खलबली मच गई, लेकिन बाद में इन्हें संक्रमित मानने से इन्कार कर दिया गया। इस लेकर कर्मियों के बीच आपस में ही विवाद हो गया। सीेएमओ डा. बीपीएस कल्याणी के अनुसार किट निकालते समय उसमें तीन लाइनें नजर आईं, जो निगेटिव रिपोर्ट को दर्शाती हैं। बहरहाल, जिन लोगों के ये टेस्ट थे, सभी की आरटी-पीसीआर जांच कराई जा रही है।