निविदा निरस्त होने से अलीगढ़ के ठेकेदारों के उड़े होश Aligarh news
बिजली विभाग ने करा लिए चार करोड़ के काम नहीं हो रहा भुगतान।
अलीगढ़ [जेएनएन] बिजली विभाग में चार करोड़ की निविदा निरस्त होने से ठेकेदारों के होश उड़ गए। ठेकेदारों से पहले काम करा लिया गया और अब बताया जा रहा है कि टेंडर ही निरस्त कर दिए गए। इससे 11 ठेकेदारों के चार करोड़ रुपये का भुगतान फंस गया है।
एक साल तक नहीं हुआ भुगतान
विभाग में पिछले साल आंधी-बारिश में हुए नुकसान में ठेकेदारों ने काम किया था। जिले के करीब 11 ठेकेदार थे, जिन्होंने पोल, तार आदि लगाने का काम किया। अधिकारियों ने कहा था कि कागजी प्रक्रियाएं बाद में पूरी कर देना, पहले आपूर्ति बहाल करने के लिए काम शुरू कर दो। अलीगढ़ वेलफेयर सोसाइटी (विद्युत ठेकेदार) के अध्यक्ष प्रमोद सारस्वत ने कहा कि ठेकेदारों ने कार्य की शुरुआत कर दी थी। लगातार 24 घंटे काम कराया और आपूर्ति बहाल करा दी। ठेकेदारों का एक साल तक भुगतान नहीं हुआ। छह फरवरी को ठेकेदारों के पास मोबाइल पर मैसेज आया कि उनकी निविदा रद कर दी गई है। वे अधीक्षण अभियंता ग्रामीण धर्मेंद्र सारस्वत के पास पहुंच गए। उन्होंने आश्वासन दिया कि भुगतान कराया जाएगा। इसके बाद ठेकेदार दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के चीफ इंजीनियर मुकुल सिंघल से मिले। एसोसिशन के अध्यक्ष प्रमोद सारस्वत का कहना है कि चीफ इंजीनियर ने कहा कि उनके पास फाइल ही नहीं आई। ये आश्चर्य की बात है कि करोड़ों का ठेकेदार से काम करा लिया गया और चीफ इंजीनियर से अनुमोदन ही नहीं कराया गया। प्रमोद ने कहा कि अधिकारियों के विश्वास पर चार करोड़ से अधिक के कार्य हो चुके हैं। समस्या का समाधान नहीं हुआ तो 11 फरवरी को प्रबंध निदेशक को समस्या से अवगत कराएंगे।
इनके फंसे पैसे
राजीव उपाध्याय, विपिन शर्मा, जितेंद्र कुमार, विनोद कुमार, राजेंद्र सिंह, संजय शर्मा, लोकेंद्र सिंह, अशोक शर्मा, उमेश शर्मा, ऋषि रावत व सतीश गौड़।