अलीगढ़ में पंचायत सचिव ने भाई के नाम की फर्म पर कर दिया 21 लाख भुगतान
बिजौली ब्लॉक के ग्राम विकास अधिकारी ( सचिव) राजीव यादव ने गजब का कारनामा किया है। अपने सगे भाई की फर्म के नाम पर ही अपनी तैनाती की चार ग्राम पंचायतों के बजट से वित्तीय वर्ष 2020-21 में करीब 21 लाख का भुगतान कर दिया।
अलीगढ, जेएनएन। बिजौली ब्लॉक के ग्राम विकास अधिकारी ( सचिव) राजीव यादव ने गजब का कारनामा किया है। अपने सगे भाई की फर्म के नाम पर ही अपनी तैनाती की चार ग्राम पंचायतों के बजट से वित्तीय वर्ष 2020-21 में करीब 21 लाख का भुगतान कर दिया। अब बिजौली बीडीओ चिंताराम ने इसकी जांच कराई तो पूरे मामले का पर्दाफाश हो गया है। इसके साथ ही दिसंबर माह में भी इन्होंने ब्लॉक से बिना अनुमति लिए करीब 46 लाख का भुगतान किया गया है। अब बीडीओ बिजौली ने इनके खिलाफ निलंबन की संस्तुति करते हुए रिपोर्ट सीडीओ को भेज दी है। इसमें विस्तृत जांच की भी मांग की है।
यह है मामला
बिजौली ब्लॉक के बीडीओ दो जनवरी को निरीक्षण को निकले। यह सचिव राजीव यादव को आवंटित ग्राम पंचायत लहरा सलेमपुर में पहुंचे। यहां से सचिव अनुपस्थित थे। निरीक्षण के दौरान पंचायत भवन व सामुदायिक शौचालय का कार्य देखा। इसमें पंचायत भवन में खिड़की व गेट तक नहीं था। दरवाजा भी नहीं लगा था। शौचालय में भी खामियां थीं, जबकि इन कार्यो के नाम से पूरा भुगतान हो चुका है। इस पर बीडीओ ने सचिव से स्पष्टीकरण मांगा।
नहीं दिया जवाब
पंचायत सचिव ने नोटिस पर कोई जवाब तो दिया नहीं, बल्कि उल्टा बीडीओ को धमकाना शुरू कर दिया। इस पर बीडीओ ने इन्हें आवंटित सभी पंचायतों की जांच कराई। इसमें काफी चौकाने वाले त्थ्य सामने आए। राजीव यादव ने अपनी पंचायत दादों, कासिमपुर, खुशीपुर, सिंधौली, लहरा सलेमपुर में इस वित्तीय वर्ष की में अपने भाई की जेडी कंस्ट्रक्शन एवं सप्लायर के नाम से करीब 20.91 लाख का भुगतान किया है, जोकि पूरी तरह से नियमों के खिलाफ है। कमर्चारी आदर्श अाचरण संहिता के तहत कोई भी कर्मी अपने सगे संबंधी को कोई लाभ नहीं पहुंचा सकता है।
सीडीओ को दी रिपोर्ट
अब बीडीओ ने इन्हें आवंटित पंचायतों की पूरी रिपोर्ट सीडीओ को भेजी है। इसमें कहा है कि सचिव ने भाई की फर्म को भुगतान के साथ ही दिसंबर में भी नियमों के खिलाफ 47 लाख का भुगतान किया है। ऐसे में शासकीय कार्यों को सुचारू रूप से निष्पादित करना कठित है। इसी कारण इनके निलंबन की संस्तुति करते हुए कमेटी गठित कर जांच कराने की मांग की है।
संगे संबंधियों को लाभ पहुंचाना पूरी तरह से नियमों के खिलाफ है। सचिव ने अपने भाई के नाम की फर्म पर करीब 21 लाख का भुगतान किया है। इसकी पूरी रिपोर्ट जिला स्तर पर भेजी गई है।
चिंताराम वर्मा, बीडीओ बिजौली