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अलीगढ़ शहर को Traffic jam से मिलेगा छुटकारा, दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों में लगेंगे Indicator, ये रहेगी रणनीति

देश में सड़क दुर्घटनाओं में हर साल कई लोगों की मौत हो जाती है। हाईवे पर होने वाले हादसों के पीछे कई कारण हैं जिनमें सड़कों की स्थिति गलत डिजाइन अनुचित संकेतक शामिल हैं। हादसों पर लगाम लगाने के उद्देश्य से दैनिक जागरण विशेष अभियान चला रहा है।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Published: Sun, 27 Nov 2022 11:57 AM (IST)Updated: Sun, 27 Nov 2022 11:57 AM (IST)
अलीगढ़ शहर को Traffic jam से मिलेगा छुटकारा, दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों में लगेंगे Indicator, ये रहेगी रणनीति
अलीगढ़ में दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों को चिह्नित करके वहां रंबल स्ट्रिप और संकेतक लगवाए जाएंगे।

अलीगढ़, सुमित शर्मा। देश में सड़क दुर्घटनाओं में हर साल कई लोगों की मौत हो जाती है। हाईवे पर होने वाले हादसों के पीछे कई कारण हैं, जिनमें सड़कों की स्थिति, गलत डिजाइन, अनुचित संकेतक शामिल हैं। हादसों पर लगाम लगाने के उद्देश्य से दैनिक जागरण विशेष अभियान चला रहा है, जिसमें कई खामियां उजागर हुई हैं। इनसे संबंधित विभागों के अधिकारियों को भी अवगत कराया गया है। दैनिक जागरण की टीम ने शनिवार को एसपी ट्रैफिक मुकेश चंद्र उत्तम से विस्तार से बातचीत की।

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ये भी है हादसे का कारण

उन्होंने कहा कि सफर के दौरान चालक का सतर्क होना बेहद जरूरी है। कई हादसे ऐसे होते हैं, जहां अचानक चालक नियंत्रण खो देता है। उसे सावधान करने के लिए संकेतक या रंबल स्ट्रिप मददगार होते हैं। उन्होंने कहा कि ब्लैकस्पाट के अलावा दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों को चिह्नित करके वहां रंबल स्ट्रिप और संकेतक लगवाए जाएंगे। इसके लिए संबंधित विभाग (पीडब्ल्यूडी या एनएचएआइ) से पत्राचार किया जाएगा। शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए भी कई बिंदुओं पर काम चल रहा है। जल्द ही सुधार देखने को मिलेगा। उनसे बातचीत के कुछ अंश...।

रामघाट रोड पर जाम की सबसे अधिक समस्या है। स्कूलों की छुट्टी होने के बाद अक्सर हालात बिगड़ जाते हैं।

- इससे निजात दिलाने के लिए स्कूल के बाहर फुटओवरब्रिज बनाने का प्रस्ताव बनाया जा रहा है। इसके लिए एडीए व नगर निगम से अनुरोध किया गया है।

शहर के आउटर एरिया में देहात से आने वाले वाहन खचाखच भरे रहते हैं। इनके चलते हादसों की संभावना भी अधिक बनी रहती है।

- क्षमता से अधिक सवारी बिठाने वाले टेंपो, आटो चालकों पर कार्रवाई की जाएगी। लोगों से अपील है कि किसी टेंपों में क्षमता नहीं हैं तो जान जोखिम में डालकर न बैठें।

चौराहों पर ड्यूटी पर तैनात रहने वाले होमगार्डों को नियमों की जानकारी नहीं होती है। इसके चलते लेफ्ट फ्री होने के बावजूद जाम लग जाता है।

- अभी 100 नए होमगार्ड मिले हैं। उन्हें ट्रैफिक संबंधी एक सप्ताह का विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। जो लोग पुराने हैं, उन्हें भी प्रशिक्षित किया जा रहा है।

यातायात माह के दौरान पुलिस लगातार लोगों को जागरूक कर रही है। इससे पहले या बाद में इस तरह की गंभीरता देखने को नहीं मिलती।

- हादसों से बचने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि लोग खुद जागरूक हों। इसके लिए यातायात माह ही नहीं, सामान्य दिनों में भी जागरूकता शिविर लगाए जाते हैं। आगे भी यह क्रम जारी रहेगा।

ये होते हैं रंबल स्ट्रिप

सड़कों पर छोटे स्पीड ब्रेकर की स्ट्रिप की एक श्रृंखला होती है। इस पर गुजरने के बाद कंपन जैसा महसूस होता है। इसी को रंबल स्ट्रिप्स कहा जाता है। इन्हें सड़कों पर हल्के संकेतक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। जब भी कोई वाहन रंबल स्ट्रिप से गुजरता है तो चालक और यात्री सतर्क हो जाते हैं।


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