केरल की बाढ़ से अलीगढ़ के कारोबारी हलकान
केरल की बाढ़ से अलीगढ़ के कारोबारी प्रभावित।
अलीगढ़ : केरल में आई बाढ़ का असर अलीगढ़ के कारोबारियों पर पड़ा है। यहा के लोग हर माह करोड़ों रुपये का व्यवसाय केरल से ही करते हैं। मौजूद हाल यह है कि केरल की बाढ़ से करोड़ों रुपये का व्यवसाय ठप होने से अलीगढ़ के लोग कराहने लगे हैं। बाढ़ ने अलीगढ़ के ताला-हार्डवेयर व बिजली फिटिंग कारोबार को भी धोकर रख दिया। माल आपूर्ति के 100 करोड़ से ज्यादा के ऑर्डर डूब गए। देश-दुनिया में धाक रखने वाला साढ़े 32 हजार करोड़ रुपये का कारोबार इन दिनों आर्थिक मंदी से जूझ रहा है।
बाढ़ में डूबे सौ करोड़ के ऑर्डर
अलीगढ़ में बने ताले, हार्डवेयर, बिजली फिटिंग, पावर प्रेस सहित अन्य उत्पादों की देश-विदेश में सप्लाई होती है। बाढ़ ने केरल में सबसे ज्यादा तबाही मचाई है। कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, असम, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड के भी कुछ जिले प्रभावित हुए हैं। बाढ़ प्रभावित राज्यों में ताला-हार्डवेयर के 100 करोड़ रुपये से अधिक के ऑर्डर निरस्त हो गए हैं। पुरानों का भी भुगतान नहीं मिल रहा है। इस राज्य में बिजली फिटिंग के सामान की लोक निर्माण समेत कई सरकारी विभागों व निगमों में सप्लाई होती है। यहां के आर्डर निरस्त होने से बिजली फिटिंग निर्माताओं को 12 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। यहां की कंपनियों के तमाम डीलर वहां हैं, कुछ शहरों में माल सप्लायरों के जरिये भी भेजा जाता है।
सामान्य होने में लगेंगे तीन माह
बाढ़ से इन उत्पादों में इस्तेमाल होने वाले रॉ मैटेरियल का कारोबार भी प्रभावित है। मांग न होने से उन्हें भी ऑर्डर कम मिल रहे हैं। विदेश भेजे जाने वाले माल के वाहन भी समय से दक्षिण राज्यों से बंदरगाहों पर नहीं पहुंच रहे हैं। कारोबारी संभावना जता रहे हैं कि बाढ़ के असर से उबरने में कम से कम तीन माह लगेंगे।
मेरे ऑडर हुए निरस्त
ताला निर्माता संविद अरोरा का कहना है कि देशभर के विभिन्न राज्यों में आई बाढ़ ने ताला कारोबार को प्रभावित किया है। मेरे कई ऑर्डर कैंसिल हुए हैं। नए मिल नहीं रहे हैं।
फंस गई धनराशि
स्क्रेप कारोबारी राहुल अग्रवाल बताते हैं कि ताला निर्माता भुगतान नहीं कर रहे। मोटा पैसा फंस गया है। बाढ़ प्रभावित राज्यों से भुगतान न होने का तर्क देकर कर्मचारियों को लौटा रहे हैं।
ऑडर हो गए निरस्त
बिजली फिटिंग के निर्माता प्रमोद भारद्वाज बताते हैं कि केरल-कर्नाटक में सबसे ज्यादा माल जाता है। वहां बाढ़ में निर्माण कार्य रुक गए हैं। माल के ऑर्डर कैंसिल हो गए हैं। पुराना पैसा भी फंस गया है।
वापस लौट रहे सप्लायर
हार्डवेयर कारोबारी मनोज गोयल बताते हैं कि मेरी सप्लाई दक्षिण भारत के कई राज्यों में है। बाढ़ के चलते हार्डवेयर के ऑर्डर कैंसिल हो गए हैं। सप्लायर वहां से वापस लौट रहे हैं।
केरल के इन इलाकों में होती है सप्लाई
केरल के एर्नाकुलम, कोल्लम, कोझिकोड, इडुक्की, कायमकुलम, पालक्काड़ जिले बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। इन क्षेत्रों में सड़क मार्ग से ताला, हार्डवेयर, पीतल की मूर्ति, बिजली फिटिंग आयटम, सेनेटरी फिटिंग, पावर प्रेस व अन्य मशीनरी की सप्लाई की जाती है। डिस्ट्रीब्यूटर एवं डीलर्स ने माल की खरीद-फरोख्त पर रोक लगवा दी है।
सरकारी विभागों में अलीगढ़ की सप्लाई
यहा के 25 से 30 बिजली के मैन्युफैक्चर्स एवं सप्लायर्स बड़े स्तर पर सप्लाई करते हैं। रीयल स्टेट डाउन होने से सरकारी भवनों में ही बिजली फिटिंग उत्पादनों की सप्लाई पीडब्ल्यूडी व निगमों के माध्यम से होती है। बाढ़ की चपेट में आने से कारोबार तबाह हो गया है।
47 ट्रक फंसे
ट्रासपोर्टर ठा.अजयपाल सिंह का कहना है कि पछले पाच दिन से 47 ट्रक रास्ते में फंसे हैं। बारिश के चलते इन्हें बैंगलूर में रोक दिया है। चालक परिचालकों ने ट्रकों को निजी पार्किंग में खड़ा किया है। उन्हें वहा बेहद दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
70 फीसद सप्लाई निगमों में
बिजली फिटिंग का सामान बनाने वाले मयंक भारद्वाज का कहना है कि केरल में हमारी 70 फीसद सप्लाई पीडब्ल्यूडी व निगमों में है। बाढ़ से तबाह हो गया। चेक क्लियरेंस न करने के फोन आ रहे हैं।
गोदाम में भरा है पानी
कारोबारी शिवम वाष्र्णेय बताते हैं कि हमारी ताला-हार्डवेयर की सप्लाई एर्नाकुलम में है। 19 अगस्त को केरल से लौटा हूं। डीलर के गोदाम में पानी भर गया। पूरा माल बेकार हो गया है। वहा के आम लोग व व्यवसाई बेहद परेशान हैं।